तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बच्चों की सुरक्षा थीम पर मनाया गया विश्व तम्बाकू निषेध दिवस
रिपोर्टर : रवि गांधरला
बीजापुर। प्रतिवर्ष 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बच्चों की सुरक्षा थीम निर्धारित किया गया है।
बता दें कि वैश्विक वयस्क तम्बाकू सर्वेक्षण 2016-17 के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य की 39.1 प्रतिशत आबादी तम्बाकू अथवा तम्बाकू उत्पादों का उपयोग करती है। तथा वैश्विक युवा तम्बाकू सर्वेक्षण 2019 के अनुसार राज्य के 13 से 15 वर्ष के 8 प्रतिशत शाला प्रवेशी बच्चे भी तम्बाकू की लत की चपेट में आ चूके हैं। एैसे में सभी को मिलकर तम्बाकू एवं तम्बाकू उत्पादों से बच्चों को सुरक्षित रखने का प्रयास करना आवश्यक है।
जिला कलेक्टर अनुराग पांडेय के निर्देश व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.आर. पुजारी के मार्गदर्शन से विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर कलेक्टर कार्यालय, जिला पंचायत कार्यालय सहित शैक्षणिक संस्थाओं के समीप पीली पट्टिका अभियान चलाकर कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थानों में तम्बाकू का उपयोग नहीं करने जागरुकता अभियान चलाया गया।
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ. मनोज लम्बाड़ी द्वारा बताया गया कि विकासखण्ड स्तर पर नामांकित नोडल अधिकारियों द्वारा शैक्षणिक संस्थाओं में जागरुकता व चित्रकला कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विकासखण्ड भोपालपटनम में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ चेलापती राव एवं विकासखण्ड नोडल अधिकारी डॉ पी. चंद्रशेखर के माध्यम से कोटपा 2003 के प्रावधानों की निगरानी की गई। तथा सार्वजनिक स्थानों एवं शैक्षणिक संस्थाओं के समीप धुम्रपान करने वालों 18 लोगों पर प्रावधान अनुसार कार्यवाही कर 3600 रुपए के अर्थदंड से दंडित किया गया।