सिल्क्यारा के सुरंग में फंसे मजदूरों को मिली नई जिंदगी, बाहर आने लगे श्रमिक
उत्तरकाशी । उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा के सुरंग में फंसे मजदूरों को नई जिंदगी मिल गई है, आखिरकार 17वें दिन वे बाहर आ ही गए. सुरंग से बाहर आते ही मजदूरों को फौरन एंबुलेंस की जरिए अस्पताल ले जाया जा रहा है. फिलहाल एक – एक कर के मजदूरों को बाहर निकाला जा रहा है.
अब तक बारह मजदूरों को बाहर निकाला जा चुका है. एंबुलेंस वहां मौजूद है. चार चार मजदूरों को एक साथ निकाला जा रहा है. झारखंड निवासी विजय होरी को सबसे पहले निकाला गया है. दूसरे मजदूर गणपति होरी को भी सुरंग से बाहर निकाला गया है. इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया.
बता दें कि मजदूरों को मलबा भेदकर ड्रिलिंग मशीन के जरिए सुरंग बनाकर बाहर निकाला गया है, जिसमें 800 एमएम के पाइप डाले गए. इन पाइपों के जरिए वो रेंगते हुए बाहर निकाले गए. जो मजदूर कमजोर हैं उनके लिए एक स्ट्रेचर बनाया गया था, जिसमें पहिए लगे हुए हैं. इन मजदूरों स्ट्रेचर पर लिटाकर रस्सी के जरिये बाहर खींचा गया.
एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया
प्रशासन की ओर से मजदूरों के लिए 41 एंबुलेस और डॉक्टरों की टीम तैनात रही, सुरंग से बाहर निकलते ही इन मजदूरों के प्राथमिक परीक्षण के लिए सुरंग के बाहर बनाए गए अस्थायी अस्पताल में ले जाया गया. श्रमिकों की देखभाल के लिए चिन्यालीसौड़ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों का एक अस्पताल तैयार किया गया है, जहां पर इन मजदूरों को ले जाया गया.