चेमल माइंस के खिलाफ मजदूर और ग्रामीण हुए लामबंद, माइस प्रबंधक और प्रशासन पर लगाए कई गंभीर आरोप

कांकेर @ धनंजय चंद। कांकेर जिले के ग्रामीणों की जल, जंगल, जमीन पर माइनिंग से लौह अयस्क निकलकर करोड़ों कमा रही है आज वही पुष्पा स्टील एंड माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ग्रामीणों की मूलभूत सुविधा देने से नकारते नजर आ रही यह मामला है लौह अयस्क चेमल माइंस की में कई अनियमिता के बावजूद प्रशासन की सुस्ती समझ से परे है ।

पुष्प स्टील एंड माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड के श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं । प्रशासन और माइनिंग कंपनी पर मजदूरों ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए आज भानुप्रतापपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी समस्या को बताई है । मजदूरों ने पुष्पा स्टील और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा की कार्य करने वाली कंपनी मजदूरों की शोषण कर रही है महज 12 दिन काम देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगी है वही इस समस्या को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया तो प्रशासन अभी तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाई है । जिससे मजदूरों को निर्धारित 26 दिनों तक कार्य नहीं मिल रहा है । पुष्प स्टील माइनिंग कंपनी से प्रभावित 5 गांव के लगभग 500 ग्रामीण लगातार भीषण गर्मी में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं । इसके बावजूद प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है और ना ही पुष्प स्टील एंड प्राइवेट माइनिंग कंपनी पर ठोस कार्रवाई की है । वही मजदूरों ने कहा (डीजीएमएस ) खान सुरक्षा महानिदेशालय की खुले आम मजाक उड़ाया जा रहा है । लेबर कानून व्यवस्था और सेफ्टी उपकरण का तो नामोनिशान नहीं है । यह ना सिर्फ मजदूरों की शोषण हो रहा है बल्कि माइनिंग नियमो के भी धज्जियां उड़ाई जा रही है ।

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