महिलाओं की हुनर ही बन रही उनकी पहचान

रायपुर। महिला बाल विकास विभाग की सक्षम योजना के माध्यम से अपने मनपसंद काम के लिए लोन पाकर दुर्ग निवासी कमलेश्वरी बाई और लक्ष्मी अपना कैरियर बना रहे हैं। विगत दिवस महिला समृद्धि सम्मेलन में महिलाओं को खुद का रोजगार स्थापित करने के लिए चेक दिया गया है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा युवाओं की कला, कौशल और प्रशिक्षण की ओर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

कमलेश्वरी बाई ने बताया की योजना के तहत तेल पेराई मशीन लगाने के लिए 6 लाख का लोन स्वीकृत हुआ है। दुर्ग की लक्ष्मी बघेल को भी स्वयं का ब्यूटी पार्लर शुरू करने के लिए 2 लाख का चेक दिया गया है। सक्षम योजना का लाभ लेकर आज महिलाएं अपने सपने पूरे कर रही हैं। दुर्ग अंचल की बेटीयों ने अब अपने हुनर को हौसले के साथ स्वरोजगार में बदलने की ठानी है।

लक्ष्मी ने बताया कि बचपन से मुझे सजने संवरने का बहुत शौक था साथ ही दूसरों को सजाना अच्छा लगता था। अपने हुनर और शौक को पहचान देने के लिए मैंने महिला बाल विकास विभाग से सम्पर्क करके सक्षम योजना की जानकारी ली। विभाग ने प्रशिक्षण की भी व्यवस्था करवाई मुझे यह काम बहुत पसंद है । सक्षम योजना की बारे में सुना तो मुझे लगा कि यही सही मौका है स्वरोजगार हासिल करने का।

छत्तीसगढ़ महिला कोष की ऋण योजना के तहत स्व सहायता समूह की महिलाओं के लोन में वृद्धि करते हुए इसकी सीमा 6 लाख तक की गई है। महिलाओं को 3 प्रतिशत के साधारण वार्षिक ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। सक्षम योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिला या विधवा, परित्यकता, अविवाहित महिलाओं को लाभ दिया जाता है।

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