जल गुणवत्ता, जल संरक्षण एवं संवर्धन अभियान के तहत दिया गया प्रशिक्षण
जांजगीर-चांपा @ मनोज शर्मा। जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है।जिसके तहत जल जीवन मिशन अंतर्गत जल गुणवत्ता अभियान के लिए मिशन संचालन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन एवं कार्यपालन अभियंता एवं सदस्य सचिव जिला जल एवं स्वच्छता मिशन एस के शुक्ला के मार्गदर्शन में जल गुणवत्ता अभियान के अंतर्गत जिले में जल बहिनियों के प्रशिक्षण की एक विशेष कार्य योजना बनाई गई। जिसके तहत जल बहिनियों को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
लोगों के घरों तक पहुंच रहा पानी शुद्ध है कि नहीं इसके लिए ग्राम में आपूर्ति किए जा रहे जल की गुणवत्ता पर महिलाएं नजर रखेंगी। ग्राम की चयनित इन जागरूक महिलाओं जिन्हें जल बहिनी कहा जाता है, इनको जल गुणवत्ता के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है जिससे वह एफटीके के माध्यम से जल परीक्षण करेंगी। जिसमें सेंटर फॉर डेवलपमेंट सपोर्ट रायपुर के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर समर्थन देवीदास किशन निमजे द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था। इसके पश्चात् इन जल बहिनियों का संकुल स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 8 जून से 20 जून 2023 तक जांजगीर चांपा जिले के पांचों विकास खंड में अलग-अलग तिथियों में आयोजित किया गया। इसके लिए 34 संकुल बनाए गए थे। जिनमें 8-10 ग्राम पंचायतों की जल बहिनियों को शामिल किया गया था। इस संकुल स्तरीय जल बहिनियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा जल बहिनियों को एफटीके के माध्यम से जल परीक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि पानी में किसकी कमी या अधिकता से हमारे शरीर में क्या प्रभाव पड़ता है, कौन-कौन सी बीमारी होती है। प्रशिक्षण के दौरान जल बहिनियों एवं उपस्थित पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों को जल संरक्षण एवं संवर्धन के बारे में जानकारी देते हुए ग्रे वाटर मैनेजमेंट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, किचेन गार्डन, सोख्ता गड्ढा के बारे में बताया गया। जल स्रोतों की साफ-सफाई, रख-रखाव के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से नवागढ विकासखंड के ग्राम पंचायत खैरताल में ग्राम पंचायत भवन के समीप स्थित एक तालाब में सभी प्रशिक्षणार्थियों के साथ जाकर तालाब की साफ-सफाई के बारे में जानकारी देते हुए पानी का सदुपयोग, पानी बचाने, जल स्रोतों का रख रखाव की शपथ दिलाई गई।
यह प्रशिक्षित जल बहिनियां ग्राम के सभी जल स्रोतों का एफटीके के माध्यम से जल परीक्षण करेंगी। ग्राम स्तर पर जल गुणवत्ता की यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ग्राम की इन महिलाओं द्वारा उठाया जा रहा है जो कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में प्रत्येक जल स्रोत पर पैनी नजर रख रही हैं ताकि ग्राम वासियों को शुद्ध पेयजल मिल सके। एफटीके के माध्यम से जल परीक्षण एवं आनलाइन इंद्राज के कार्य के प्रभारी कार्यपालन अभियंता नमित कोसरिया के मार्गदर्शन में सतत् मानीटरिंग की जा रही है। जल बहिनियों के संकुल स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की सतत् मानीटरिंग जल जीवन मिशन के परियोजना समन्वयकों कु सोनम साहू, शिव नारायण त्रिपाठी, महेश शुक्ला एवं मथुरा प्रसाद यादव द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आईएसए संगम सेवा समिति ने सक्रिय सहयोग दिया।