मांगों को लेकर जनपद में आमरण अनशन में बैठे स्व सहायता समूह की महिलाएं
बीआरसी पर लगाया धांधली का आरोप, 4 माह की खाद्यान सहित मानदेय को लेकर अड़ी महिलाएं
रीवा @ सुभाष मिश्रा। रीवा जिले के जवाब जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बरौली भगवान की मां जानकी समूह और सोनमती समूह की अध्यक्ष श्याम तली और रानी देवी अपनी मांगों को लेकर आज जवां जनपद के सामने आमरण अनशन बैठ गई हैं। समूह की अध्यक्ष ने बताया कि माध्यमिक विद्यालय और प्राथमिक विद्यालय ऊंचाडीह में समूह मध्यान भोजन का कार्य करते रहे, लेकिन बीआरसी के सांठगांठ कर अवैध रूप से पृथक कर दिया गया, यह दोनों समूह पूर्णता 3 माह तक कार्य करते रहे जब खाते में राशि नहीं आई तब खाद्यान्न की प्रति हेतु समिति से संपर्क किया गया। इन दोनों समूह के बजाय नए समूह काजल स्व सहायता समूह बरौली को हस्तगत कट कर दिया। वहीं समूह को नवंबर 2022 से फरवरी 2023 तक का खाद्यान्न व राशि नहीं दी गई। वहीं जानती स्व सहायता समूह और सोनमती स्व सहायता समूह की महिलाएं मुख्यमंत्री कलेक्टर एसडीओ के पास इस अवैध मुक्ति के निष्कासन की शिकायत किया गया, लेकिन ना तो बकाया भुगतान राशि समूह के खाते में भेजी गई ना ही मध्यान भोजन का कार्य वापस समूह को दिया गया।
दोनों समूह की अध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि समूह का निष्कासन का कार्य पूर्ण रचना और षड्यंत्र पूर्वक कृत्य से संपादित किया गया , वहीं बीआरसी द्वारा झूठी टीप लगाया कि समूह द्वारा काफी दिनों से भोजन नहीं बनाया जा रहा है। वहीं विद्यालय का कोई भी छात्र समूह की शिकायत नहीं किया गया है। इन सभी बातों को लेकर स्व सहायता समूह की महिलाएं प्रशासन को सूचित कर आमरण अनशन बैठ गई है। वहीं उन्होंने जिला कलेक्टर से मांग की है कि उनकी 4 माह का खाद्यान्न और वेतन सहित समूह को वापस दिलाने की मांग की गई है।