रायपुर। विज्ञापन के दबाव में दम तोड़ती पत्रकारिता को जिंदा रखने के लिए, विज्ञापन लाओ-नौकरी बचाओ, के इस कठिन दौर में लेखनी/काम को विज्ञापन रूपी रावण से मुक्त कराने के लिए विजयादशमी के पावन पर्व पर विजयादशमी असत्य पर सत्य की, अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है और अब ये विज्ञापन पर लेखनी की जीत का भी पर्व बनकर कर रहेगा।
प्रेस क्लब में पत्रकारिता को गुलामी की बेड़ियों में जकड़ते विज्ञापन के बढ़ते दुष्प्रभाव से चिंतित जागरूक पत्रकारों के प्रतिष्ठा ग्रुप ने इस विषय में ये अनुकरणीय पहल की है, जो स्वतंत्र निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता के समर्थकों के लिए एक नई मशाल बनकर सामने आएगा, और उम्मीद है ये खबरों की दुनिया में एक मिसाल बनेगा, मील का पत्थर साबित होगा, एक नया सवेरा लाएगा।