गौरेला पेंड्रा मरवाही @ सूरज यादव। अगले चंद दिनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है,चुनाव की तैयारी में लगभग सभी दल जोर-शोर से लग चुके हैं,जहां भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ में महीने भर पहले ही 21 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है,वहीं अन्य दल अपना पत्ता अभी तक नहीं खोलें है।
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा कांग्रेस शासित प्रदेशों में परिवर्तन यात्रा के माध्यम से वोटरों को रिझाने का कार्यक्रम कर रही है,जिसे चुनाव प्रचार का आगाज समझा जाना चाहिए। इसी क्रम में विधानसभा क्षेत्र मरवाही जो कि छत्तीसगढ़ की वीआईपी सीटों में से एक है यहां आगामी 20 और 21 सितंबर को केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में परिवर्तन यात्रा प्रारंभ होने वाली है। ग्राम बरौर से प्रारंभ होने वाले इस परिवर्तन यात्रा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर,अनुराग ठाकुर समेत अन्य दिग्गज नेताओं का जमावड़ा मरवाही विधानसभा में होगा, जिसकी तैयारी में जिला भाजपा अभी से लग चुकी है, लेकिन क्या यह परिवर्तन यात्रा मरवाही विधानसभा में सफल होगी,यह कह पाना मुश्किल है,क्योंकि एक और जहां शुरू से ही जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी में टकराव की स्थिति कई दिनों से बनी हुई है,वहीं दूसरी ओर प्रत्याशी की घोषणा से अन्य दावेदारों का मौन विरोध परिवर्तन यात्रा को फीका कर सकता है।
ज्ञात होगी परिवर्तन यात्रा के पूर्व विधानसभा स्तरीय महाधरना का आयोजन भारतीय जनता पार्टी जिला इकाई के द्वारा मरवाही में किया गया था,किंतु इस महाधरना कार्यक्रम में महज 250 से 300 लोगों की उपस्थिति मरवाही में भाजपा की स्थिति को साफ प्रदर्शित करती है।इस महाधरना कार्यक्रम में स्थानीय कार्यकर्ताओं एवं जिला पदाधिकारी की अपेक्षा भाजपा में गुटबाजी को प्रदर्शित करता है।एक ओर जहां जिला पदाधिकारी एवं स्थानीय कार्यकर्ताओं को इस कार्यक्रम में महत्व नहीं दिया गया।वहीं आने वाले परिवर्तन यात्रा में वरिष्ठ एवं दिग्गज कार्यकर्ताओं की उपेक्षा परिवर्तन यात्रा की सफलता पर सवालिया निशान खड़ा करता है।भारतीय जनता पार्टी द्वारा परिवर्तन यात्रा हेतु लगभग 10000 लोगों की भीड़ का लक्ष्य रखा गया है,किंतु यह संख्या स्वप्न की तरह प्रतीत होता है, अभी तक कार्यक्रम सभा स्थल हेतु स्थानीय निकाय से किसी प्रकार की नहीं सहमति ली गई है,तथा ना ही किसी प्रकार की तैयारी हेतु स्थानीय निकाय से संपर्क साधा गया है।मरवाही जैसे वीआईपी सीट पर दिग्गज केंद्र के मंत्रियों का आगमन अपने आप में महत्वपूर्ण है,लेकिन भाजपा जिला इकाई कार्यक्रम की सफलता हेतु कितनी गंभीर है यह तो 21 व 22 सितंबर को ही पता चलेगा।