मऊगंज जिले की पुलिस से उठा भरोसा तो आईजी के पास पहुंची पीड़िता, बोली आत्महत्या कर लूंगी
रिपोर्टर : सुभाष मिश्रा
रीवा। मध्य प्रदेश के नवगठित मऊगंज जिले में कानून व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है, एसपी बैठने के बाद भी अब पीड़ितों को न्याय की गुहार लगाने के लिए आईजी की शरण लेनी पड़ रही है। रीवा से अलग करके मऊगंज को नया जिला बनाते समय मुख्यमंत्री ने कहा था कि अब मऊगंज वासियों को 70 किलोमीटर दूर रीवा नहीं जाना पड़ेगा, सारे काम अब जिले में ही होंगे क्योंकि अब मऊगंज जिले में एसपी कलेक्टर बैठा रहा हूं।
लेकिन मऊगंज जिले की कानून व्यवस्था अभी भी भगवान भरोसे चल रही है, जिले में पुलिस अधीक्षक की पदस्थापन होने के बावजूद भी फरियादियों को अब न्याय के लिए रीवा आईजी की शरण में जाना पड़ रहा है, कुछ ऐसा ही मामला मऊगंज जिले के लौर थाना क्षेत्र अंतर्गत से सामने आया है, जहां एक किशोरी पेट में पल रहे शिशु को लेकर रीवा आईजी के पास पहुंचे और बोली कि मेरा भरोसा अब मऊगंज पुलिस से उठ चुका है और अगर न्याय नहीं मिलता तो मुझे अपने परिवार के साथ आत्महत्या करनी पड़ेगी।
यह है पूरा मामला :
किशोरी के साथ 7 माह पूर्व दुष्कर्म की घटना घटित हुई थी, लोक लाज के डर से वह घटना को काफी समय तक छिपाये रखा, जब मालूम हुआ कि वह गर्भवती हो गई तब परिजनों को घटना की जानकारी दिया, इसके बाद परिजन किशोरी को लेकर लौर पुलिस थाने का कई दिनो तक चक्कर लगाते रहे पर थाने में पदस्थ मुंशी उनकी एक नहीं सुनी उन्हें भागते रहे।
मुंशी जी आरोपी को बचाने के लिऐ इतना उतावला हो गए की समझौता करने का जबरन दबाव बनाने लगे, आखिरकार मुंशी जी की वजह से लौर थाने में फरियादी की फरियाद नहीं सुनी गई और मजबूरन परिजन किशोरी को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय मऊगंज पहुंचे और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन से शिकायत करने के बाद मामला तो दर्ज हो गया, लेकिन मऊगंज के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन का तबादला होने के बाद आरोपी पुनीत सोंधिया उर्फ निलेश खुलेआम घूमते हुए किशोरी को मामले में समझौता करने के लिए धमकी दे रहा हैं, किशोरी का आरोप है की फरवरी 2023 की घटना होने के बाद आज तक पुलिस ने उसका बयान दर्ज नहीं किया और आरोपी खुलेआम घूम रहा है उसके पेट में 7 माह का गर्भ है।
पुलिस महानिरीक्षक रीवा से लगाई गुहार :
जिन आदिवासियों के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मंचों पर बड़े-बड़े दावे और वादे करते हैं उन्ही आदिवासियों की बेटी पेट मे पल रहे 7 माह के शिशु लिऐ अधिकारियों की चौखट पर न्याय की गोहार लगा रही है, क्योंकि उसे मऊगंज जिले की पुलिस से भरोसा उठ चुका है वह अपनी मां के साथ पुलिस महानिरीक्षक रीवा जोन कार्यालय रीवा पहुंचकर न्याय की गुहार लगाते हुए लौर थाने मे पदस्थ मुशी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।