किसानों से किये हर वादों को पूरा करने हम प्रतिबद्ध हैं : विधायक भावना बोहरा
पंडरिया। पंडरिया विधानसभा अंतर्गत गन्ने की खेती करने वाले किसानों को बड़ी सौगात मिली है जिससे उनके चेहरों पर खुशी स्पष्ट दिखाई दे रही है। पंडरिया विधायक भावना बोहरा के लगातार प्रयासों से लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना अंतर्गत किसानों के बकाया राशि का पूर्ण भुगतान कर दिया गया है।
इस विषय मे भावना बोहरा ने कहा है कि किसानों को रिकवरी दर की बकाया राशि का भी जल्द भुगतान किया जाएगा जिसके लिए भी वे लगातार प्रयास कर रहीं हैं। बताते चलें कि 4 अप्रैल से 19 मार्च तक 1549 किसानों को 7,57,23,682 रुपये का भुगतान उनके खातों में हस्तांतरित कर दिया गया। इसके साथ ही किसानों के 91,38,66,907 रुपये का पूर्ण भुगतान किया जा चुका है।
इसके पूर्व भी अलग-अलग किश्तों में किसानों के बकाया भुगतान की राशि उनके खातों में हस्तांतरित की गई थी। एक कार्यक्रम के दौरान विधायक भावना बोहरा ने किसानों से वादा किया था कि जल्द ही उनका पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा और महज एक माह के भीतर ही किसानों को पूर्ण बकाया राशि हस्तांतरित कर दी गयी है। इसके लिए विधायक भावना बोहरा द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था, उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, वित्त मंत्री ओपी चौधरी,कृषि मंत्री रामविचार नेताम को पत्र लिखने के साथ ही विधानसभा में भी किसान हित के लिए इस विषय को प्रमुखता से सदन के समक्ष उठाया था।
इस अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने क्षेत्र के सभी किसानों को बधाई देते हुए कहा कि आज मुझे बहुत ही प्रसन्नता हो रही है कि किसानों को बकाया भुगतान की पूर्ण राशि उन्हें प्राप्त हो गयी है। इस राशि के मिलने से उन्हें आर्थिक एवं मानसिक रूप से सम्बल मिला हैं, वहीं किसानों में भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता एवं उनसे किये वादों के प्रति उनका विश्वास और भी मजबूत हुआ है।
गन्ना प्रोत्साहन योजना से किसान बनेंगे आत्मनिर्भर : भावना बोहरा
भावना बोहरा ने आगे कहा कि विष्णु देव साय सरकार ने हमारे गन्ना किसानों को एक और बड़ी सौगात दी है। उन्होंने कृषि बजट में 60 करोड़ रुपये गन्ना प्रोत्साहन योजना के तहत आवंटित किया है, जिसके लिए मैं पूरे पंडरिया विधानसभा की जनता और किसानों की ओर से उनका आभार व्यक्त करती हूं। इस योजना के माध्यम से गन्ना किसानों को आर्थिक सहायता मिलने के साथ ही उनकी स्थिति में भी सार्थक सुधार स्पष्ट दिखाई देगा। हमारे गन्ना की खेती करने वाले किसान इस योजना के माध्यम से न केवल आत्मनिर्भर बनेंगे बल्कि प्रदेश में भी गन्ना उत्पादन की क्षमता व किसानों के आय में भी वृद्धि होगी।