रिपोर्टर : लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का गरियाबंद में ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया है। इस बार ग्रामीणों का विरोध जनप्रतिनिधियों से नही बल्कि स्थानीय प्रशासन से है। यहां के ग्रामीण वोटिंग तो करना चाहते है मगर प्रशासन का सहयोग नही मिल पा रहा है। इसी वजह से पिछले विधानसभा में 150 से अधिक ग्रामीण वोट नहीं कर पाए थे। पूरा मामला देवभोग ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोसमकानी का है।
यहां के ग्रामीणों की मांग है कि जब तक उनके गांव में बूथ (मतदान केंद्र) नही बनेगा तब तक वे वोट नहीं करेंगे, इसके लिए ग्रामीणों ने बाकायदा ग्राम सभा कर चुनाव बहिष्कार का निर्माण लिया है। यहां के ग्रामीण पिछले 15 वर्षों से गांव में मतदान केंद्र की मांग प्रशासन से करते आ रहे है। मगर उनकी सुनवाई नहीं हो रही। इसी बात से नाराज होकर ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
ग्रामीण रनसाय हरपाल ने बताया कि 12 सौ की आबादी वाले हमारे गांव में लगभग 500 वोटर है, हमको वोटिंग करने के लिए यहां से 3 किलोमीटर दूर दहीगांव जाना पड़ता है। दहीगांव में बूथ होने के चलते दोनो गांव के वोटर वोट करते है, जिससे हमारे गांव के लोगो को अधिकांश देर शाम रात तक वोट देने के लिए वहां रुकना पड़ता है। पिछले विधानसभा चुनाव में इसी समस्या के चलते लगभग 150 वोटर वोटिंग नही कर पाए थे। इसी बात को देखते हुए ग्रामीणों ने इस बार के लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्माण लिया है।
इस पूरे मामले को लेकर उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार गोलछा से प्रशासन का पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई जानकारी उनके पास नहीं आई है। शिकायत आने और उसकी जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे।