तालाब निर्माण से ग्रामीण हो रहे लाभान्वित, जलस्तर में हुई बढ़ोत्तरी
महिलाएं मछलीपालन कर बन रहीं आर्थिक रूप से सक्षम
जिले में राशि 1282.88 लाख रूपये की लागत से बना 102 अमृत सरोवर
धमतरी। गांव हो या शहर तालाब का अपना अलग ही महत्व है। इसलिए आज तालाबों में अथाह जलराशि का होना निहायत जरूरी है। शासन द्वारा दिये गये निर्देशानुसार जिले के कुरूद विकासखंड के ग्राम पंचायत सकरी में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रानी लक्ष्मी बाई तालाब का जीर्णोंद्धार अमृत सरोवर अभियान के तहत आज से लगभग 12 वर्ष पूर्व किया गया था, जो मुख्य रूप से गांव के निस्तारी एवं कृषि कार्य के लिए उपयोग किया जाता है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत रानी लक्ष्मी बाई तालाब अमृत सरोवर निर्माण के लिए 19.05 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई थी। सरोवर का निर्माण कार्य लगभग 03 एकड़ क्षेत्र में किया गया। योजना के तहत 250 नियोजित श्रमिकों ने 4759 मानव दिवस का सृजन किया है। सरोवर की क्षमता वृद्धि हेतु मिट्टी खुदाई का कार्य, बंड का निर्माण, इनलेट एवं आउटलेट का निर्माण भी किया गया है, जिसमें 10 हजार घनमीटर से अधिक जलधारण क्षमता की वृद्धि हुई है। जल संचयन होने से हेण्डपंप एवं आसपास के क्षेत्रों में भी जलस्तर की वृद्धि हुई है। सरोवर में अथाह जलराशि को देखते हुए तालाब के निचले स्तर में किसानों के लगभग 20 से 25 एकड़ खेतों की सिंचाई भी की जा सकती है।
श्रीमती यादव ने यह भी बताया कि आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर जिले में 102 अमृत सरोवर निर्माण के लिए राशि-1282.88 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान किया गया है। सरोवर के निर्माण से ग्रामीणों को निस्तारी एवं किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिल रहा है। गांव में पंजीकृत स्वसहायता समूह की महिलाओं को मछली पालन, सिंघाड़ा की खेती करने प्रेरित किया जा रहा है। अधिकांश समूह की महिलाएं मछली पालन के माध्यम से स्वरोजगार के प्रति सशक्त होते जा रही है।
सरपंच बसंती साहू ने बताया कि 12 वर्ष पहले गावं में जल की कमी को देखते हुए रानी लक्ष्मी बाई तालाब का निर्माण किया गया था। अमृत महोत्सव के अवसर पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में उक्त सरोवर का निर्माण मनरेगा योजना के तहत राशि 19.05 लाख रूपये की लागत से जीर्णोंद्धार किया गया। तालाब के कैचमेंट एरिया में स्थित नलकूपों एवं बोर में जलस्तर की बढ़ोत्तरी हुई है। ग्रामीण किसान खरीफ फसल के लिए खेतों में सिंचाई कर अधिकाधिक धान का उपार्जन कर सकते हैं। जागृति मछुआरा समिति की 30 सदस्यों को सरोवर में मछली पालन व्यवसाय के लिए अनुबंधित किया गया है। निश्चित ही समूह की महिलाओं को इस व्यवसाय से आय स्त्रोतों में वृद्धि होगी।
ग्रामीण श्याम लाल साहू, नारद राम साहू, द्वारिका प्रसाद साहू, सुरेन्द्र कुमार साहू, दसवंत राम साहू, भुनेश्वर राम साहू, रामलाल साहू, सुखीराम तारक, तारा साहू, गायत्री साहू, सरोजनी साहू ने बताया कि तालाब में पानी रहने से जलस्तर सही रहता है। दो-तीन वर्ष से गर्मी के दिनों में तालाब सूखने से जलस्तर में कमी हुई थी लेकिन सरोवर के निर्माण से जल स्त्रोतों में वृद्धि हुई है। सरोवर के चारों ओर पर्यावरण की दृष्टि एवं राहगीरों को छाया की प्राप्ति हो के लिए नीम, बरगद, पीपल एवं फलदार पौधों का भी रोपण किया गया है।