मतदान केन्द्र शिफ्टिंग से ग्रामीण नाराज़, यथावत रखने की मांग

सुकमा @ बालक राम यादव। जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में चुनाव को लेकर बहिष्कार की खबरें अक्सर सुनने को मिलती है. वहीं छत्तीसगढ़ के सुकमा में लोकतंत्र का हिस्सा बनने के लिए ग्रामीण धरना प्रदर्शन कर रहे है। सुकमा जिला मुख्यालय में गुरुवार को भारी संख्या में ग्रामीणों ने मतदान बूथ की शिफ्टिंग के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया। ग्रामवासियों ने जिला तहसीलदार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नाम से ज्ञापन सौंपा । ग्रामीणों की मांग है कि पोलिंग बूथ को गांव में पहले की तरह ही रखा जाए. शिफ्टिंग से मतदाताओं को मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए बड़ी परेशानी होगी। मतदाताओं को 10-15 किमी लंबा सफर तय करना होगा।

मतदान बूथ की शिफ्टिंग को लेकर भड़के लोग
दरअसल, सुकमा जिला प्रशासन ने मारोकी, गुफड़ी, गोंदपल्ली, गोंडेरास, डब्बा और पाण्डूपारा के मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील बताते हुए शिफ्ट कर दिया है. बताए गए सभी मतदान बूथ में करीब 5 हजार से ज्यादा मतदाता हैं. ग्रामीणों का कहना है कि आदिवासी लोकतांत्रिक पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहते हैं, लेकिन जिला व स्थानीय पुलिस प्रशासन की तरफ से माओवाद का डर दिखाकर वोट देने से वंचित किया जा रहा है. गांव के मतदाता गांव मेंं वोटिंग के लिए बहुत उत्सुक हैं।

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