नई दिल्ली। राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने बैठक के बाद बताया कि सात चरणों में हुए चुनावों की समीक्षा और कल होने वाली मतगणना पर चर्चा की तैयारियों के लिए बैठक बुलाई गई। मतगणना के लिए देशभर में पार्टी के मतदान एजेंटों की तैनाती पर विचार-विमर्श किया गया। पार्टी अध्यक्ष ने कहा, हमारी हैट्रिक तय है लेकिन फिर भी हर मतगणना केंद्र पर पोलिंग एजेंटों को सतर्क रहना होगा। बैठक में सभी बूथों पर पोलिंग एजेंट समय पर पहुंचें, उनकी उचित तैनाती हो, इसमें कोई दिक्कत तो नहीं आ रही इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में इस बात पर भी विचार किया गया कि क्या कहीं भी मतगणना को लेकर कोई संदेह है और पार्टी पदाधिकारियों से ऐसी स्थिति पर विशेष ध्यान देने को कहा गया।
रुझानों को देखकर मनेगा जश्न
बैठक में भाजपा की जीत के जश्न को लेकर हुई चर्चा के सवाल पर तावड़े ने कहा, फिलहाल इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। हम रुझानों को देखने के बाद ही इस पर विचार करते हैं, एग्जिट पोल के अनुमानों के आधार पर नहीं। पार्टी की सरकार के गठन से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि बैठक में इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। बैठक में सिर्फ चुनाव व मतदान की समीक्षा की गई तथा मतगणना के लिए व्यवस्थाओं और (पार्टी कार्यकर्ताओं की) तैनाती पर बात हुई। भाजपा ने कांग्रेस पर मतगणना के दिन अविश्वास का वातावरण तैयार कर अपने कार्यकर्ताओं को दंगा और हिंसा करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।
पार्टी ने कांग्रेस की ओर से सोमवार को कार्यकर्ताओं को जारी निर्देश पर सवाल उठाते हुए पार्टी पर पूरी प्रक्रिया को बाधित करने और संदेह का वातावरण तैयार कर माहौल खराब करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है। पार्टी प्रवक्ता और आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जब मतगणना पहले से निर्दिष्ट और बेहद सुरक्षित क्षेत्र में होती है तब कार्यकर्ताओं को जिला कार्यालयों में इकट्ठा होने के लिए कहने का औचित्य समझ से परे है। जब तक कि विचार भीड़ को उकसाने और प्रक्रिया बाधित करने का न हो। गौरतलब है कि कांग्रेस ने जारी निर्देश में कार्यकर्ताओं से मतगणना शुरू होने से पहले जिला, प्रदेश मुख्यालयों के कार्यालयों में पहुंचने के लिए कहा है। पार्टी ने कार्यालय प्रभारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि गड़बड़ी को रोकने के लिए जहां जरूरत हो, वहां कार्यकर्ताओं को तुरंत भेजने का इंतजाम करें।