महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक बन रहा वर्मी खाद

वर्मी खाद से लाखों की कमाई के साथ मछली पालन, अंडा उत्पादन, केचुंआ पालन और सब्जी उत्पादन नियमित आमदनी का बन रहा जरिया

बीजापुर। यह कहानी है ग्राम पंचायत ईलमिड़ी के अंतर्गत संचालित गौठान में काम करने वाली स्व सहायता समूह की महिलाओं की। जिन्होंने वर्मी खाद तैयार कर उसके विक्रय से तकरीबन 1 लाख 70 हजार रूपये की शुद्ध मुनाफा कमाया है। एक तरह से वर्मी खाद इन ग्रामीण महिलाओं के आत्मनिर्भरता के लिए खाद की तरह कार्य कर रहा है। इसके अलावा ये महिलाएं गौठान में केचुंआ पालन, मछली पालन, अंडा उत्पादन और बाड़ी में सब्जी उत्पादन कर नियमित आमदनी ले रही हैं।

गौरी स्व सहायता समूह की अध्यक्ष विजया पुनेम ने बताया कि वर्मी खाद से हम लोगों ने तो अच्छी आमदनी तो कमाई ही है साथ ही केचुंआ विक्रय कर 6 हजार, मछली पालन से 4 हजार, वर्तमान में अंडा उत्पादन से 2 हजार एवं गौठान में ही सब्जी लगाकर उसके विक्रय से 1 हजार से अधिक की कमाई कर चुके है। इस कार्य से जुड़कर हम महिलाएं बहुत खुश और आशान्वित है और आर्थिक रूप से सक्षम हो रही है।

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