गरियाबंद। गरियाबंद के कोपरा नगर पंचायत एक बार फिर चर्चा में है। इस बार वहा की तत्कालीन पंचायत की महिला सरपंच योगेश्वरी साहू, सहयोगी वार्ड पंच और ग्रामीणों के साथ अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गई है। कलेक्टोरेट केम्प्स में मना किया तो बाहर सड़क किनारे ट्रेक्टर ट्राली को मंच बना कर बैठी है।
सरपंच का आरोप है की पंचायती कार्यकाल में उसने 15 लाख के विकास कार्य कराए थे, नगर पंचायत बनने के बाद इस रकम का भुगतान नही किया जा रहा है। जबकि विधिवत पंचायत के निर्वाचित सदस्यों को ही नगर पंचायत के पदाधिकारी बनाया जाना था, पर इसके विपरित पदाधिकारी मनोनित कर दिया गया।आरोप है की नगर पंचायत के राजनीति करण से यहां पानी व अन्य सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को अब भी जूझना पड़ रहा है।
वही हाईकोर्ट ने भी इसे गलत माना और सरपंच के पक्ष में फैसला सुनाया, लेकिन प्रशासन न्यायालय की आदेश पर भी अमल नही किया है। हालाकि मामले में अभी प्रशासनिक अफसर कुछ भी कहने से इंकार कर रहे, लेकिन महिला सरपंच के इस प्रदर्शन के बाद कोपरा नगर पंचायत एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।