छत्तीसगढ़हमर प्रदेश/राजनीति
उच्चतम न्यायालय के 75 वर्ष पूरे होने के उपरांत हुआ दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री ताजुद्दीन आसिफ बीजापुर जिले के प्रतिनिधि के रूप में हुए शामिल
रिपोर्टर : रवि गांधरला
बीजापुर। उच्चतम न्यायालय के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत मंडपम नई दिल्ली में 31 अगस्त 2024 व 01 सितम्बर 2024 को जिला न्यायालय के न्यायाधीशों की दो दिवसीय भव्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे भारत वर्ष से जिला न्यायालय के चयनित न्यायाधीशों को आमंत्रित किया गया। बीजापुर जिले का प्रतिनिधित्व ताजुद्दीन आसिफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया।
31 अगस्त 2024 को कार्यशाला का शुभारंभ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश डॉ. जस्टिस डी. वाय. चंद्रचूड़, केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन मेघवाल, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों एवं विभिन्न राज्यों के उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों की उपस्थिति में किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मुकदमों की लंबित संख्या पर चिंता जाहिर की गई, साथ ही निराकरण की गति पर संतोष व्यक्त किया गया।
1 सितम्बर 2024 को कार्यशाला का समापन राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के द्वारा किया गया। राष्ट्रपति द्वारा अपने उद्धबोधन में पक्षकारों को त्वरित न्याय दिलाये जाने की पैरवी की गई, साथ ही यह भी व्यक्त किया गया कि ग्रामीण जन आज भी न्यायाधीशों को देवतुल्य मानते हैं।
दो दिवसीय कार्यशाला में भारत के मुख्य न्यायाधीश डॉ. जस्टिस डी. वाय. चंद्रचूड़ पूरे समय उपस्थित रहे, साथ ही छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति श्री जस्टिस रमेश सिन्हा ने भी कार्यशाला में भाग लिया। दोनों मुख्य न्यायाधिपति द्वारा कार्यशाला के समापन पर छत्तीसगढ़ जिला न्यायालय के नामांकित न्यायाधीशों के साथ फोटो सेशन भी करवाया गया।