दिनांक – 05 अक्टूबर 2024
दिन – शनिवार
विक्रम संवत् – 2081
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शरद
मास – आश्विन
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया प्रातः 07:49 अक्टूबर 06 तक
नक्षत्र – स्वाति रात्रि 09:33 तक तत्पश्चात विशाखा
योग – विषकम्भ प्रातः 06:09 अक्टूबर 06 तक तत्पश्चात प्रीति
राहु काल – प्रातः 09:30 से प्रातः 10:59 तक
सूर्योदय – 06:35
सूर्यास्त – 06:22
दिशा शूल – पूर्व दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 04:55 से 05:44 तक
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:04 से दोपहर 12:51 तक
निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:04 अक्टूबर 06 से रात्रि 12:52 अक्टूबर 06 तक
व्रत पर्व विवरण – सर्वार्थ सिद्धि योग (प्रातः 06:33 से रात्रि 09:33 तक), तृतीय नवरात्री
विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रु वृद्धि करता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
नवरात्र पर जागरण में क्या करना चाहिए ?
नवरात्र पर उत्तम जागरण वह है, जिसमें :
(1) शास्त्र-अनुसार चर्चा हो
(2) दीपक हो
(3) भक्तिभाव से युक्त माँ का कीर्तन हो
(4) वाद्य, ताल आदि से युक्त सात्विक संगीत हो
(5) प्रसन्नता हो
(6) सात्विक नृत्य हो, ऐसा नहीं कि डिस्को या अन्य कोई पाश्चात्य नृत्य किया
(7) माँ जगदम्बा पर नजर हो, ऐसा नहीं कि किसी को गंदी नजर से देखा
(8) मनोरंजन सात्विक हो, रस्साकशी, लाठी-खेल आदि कार्यक्रम हों ।