कवर्धा। नक्सलियों की अमानवीय विचारधारा और स्थानीय आदिवासियों पर अत्याचार से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके दो माओवादियों ने 30 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कबीरधाम डॉ. अभिषेक पल्लव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह बघेल, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑप्स संजय ध्रुव, कृष्ण कुमार चंद्राकर, और सतीश धुर्वे की उपस्थिति में आत्मसमर्पण किया।
राज्य शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली हथियार छोड़कर मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं। वहीं कबीरधाम पुलिस की अपील का माओवादियों पर व्यापक असर दिख रहा है। इस अपील से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने हिंसा छोड़कर लोकतंत्र और संविधान में विश्वास जताया है। आत्मसमर्पित माओवादी एमएमसी जोन के कान्हा भोरमदेव एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय थे और एक पर 15 लाख रुपये और दूसरे पर 10 लाख रुपये का इनाम था। एक नक्सली पर जिला कबीरधाम में कुल 11 अपराध दर्ज हैं, जबकि दूसरा नक्सली बंद के दौरान रोड खोदना, पेड़ काटना, और नक्सली बैनर पोस्टर लगाने की घटनाओं में शामिल था।
नक्सल उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार
जिला कबीरधाम में पुलिस महानिरीक्षक राजनंदगांव रेंज श्री दीपक कुमार झा (भा.पु.से.), पुलिस अधीक्षक कबीरधाम डॉ. अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार (भा.पु.से.), और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेंद्र सिंह बघेल (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसका उद्देश्य भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ना और नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाना है।
माओवादियों का विवरण
दिनेश उर्फ लक्ष्मण माडकम (उम्र लगभग 30 वर्ष), निवासी पुल्लमपाड़, थाना चिंतलनार, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़।
संगठन में भूमिका: विस्तार प्लाटून नंबर 02/ भोरमदेव एरिया कमेटी – सदस्य
हथियार: 12 बोर
आपराधिक रिकॉर्ड: जिला कबीरधाम में 7 और जिला केसीजी में 4 अपराध दर्ज हैं।
इनाम: छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्यों में कुल 10 लाख रुपये का इनाम घोषित।
भीमा उर्फ अशोक उर्फ अनिल (उम्र लगभग 38 वर्ष), पिता लच्छा के, निवासी पुवर्ती, थाना जगरगुंडा, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़।
संगठन में भूमिका: बटालियन-1 की कंपनी 1 का पीएल-2 का सदस्य, सप्लाई टीम सदस्य
हथियार: .303 राइफल
इनाम: छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश राज्यों में कुल 15 लाख रुपये का इनाम घोषित।
विशेष योगदान
इन माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में जिला कबीरधाम के DSB शाखा में कार्यरत प्र.आर. घनाराम सिन्हा, प्र.आर. अभिजीत सिंह, आर. कृपाराम, नव आर. राजूलाल यादव, डीएसएफ आरक्षक तथा गो.सै. तीजू और दिवाकर तथा अन्य कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
आत्मसमर्पित दोनों माओवादियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत तत्काल 25,000-25,000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत प्रावधानित अन्य सभी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
पुलिस की अपील
जिला पुलिस कबीरधाम ने मीडिया के माध्यम से नक्सल संगठन में कार्यरत सभी लोगों से अपील की है कि वे हिंसा का मार्ग त्यागकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हों और एक स्वस्थ, सुरक्षित तथा खुशहाल जीवन जीएं। जिला पुलिस का उद्देश्य सभी भटके हुए युवाओं को पुनर्वासित कर उन्हें सम्मानित और समृद्ध जीवन प्रदान करना है। हिंसा का मार्ग छोड़कर आत्मसमर्पण करने वाले सभी व्यक्तियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत हर संभव सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाएगी।