यही है नवा छत्तीसगढ़, 15 सालों तक छत्तीसगढ़िया तीज त्यौहार को भूलने वाले गेढ़ी चलने को मजबूर -कांग्रेस
रायपुर। हरेली के त्यौहार पर भाजपा कार्यालय मे उत्सव मनाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यही है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ कि परिकल्पना का साकार रूप है कि 15 सालों तक राज्य के तीज त्यौहार संस्कृति को भुला देने वाले लोग भी गेड़ी चढ़ने को मजबूर है।15 सालो तक छत्तीसगढ़ कि संस्कृति के अपमान का दहशत है कि भाजपा कार्यालय मे हरेली पर महिलायें सुआ नृत्य करती दिखी।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन राज के पंद्रह सालों में छत्तीसगढ़ कि संस्कृति को पीछे धकेलने का सुनियोजित षड्यंत्र रचा गया था। हरेली का त्यौहार हो या गेढ़ी पर चढ़ना हो या पारम्परिक खान पान कि परम्परा राज्य मे कांग्रेस कि सरकार बनने के बाद शुरू हुआ हो ऐसा नहीं है यह हमारी वर्षो कि परम्परा और धरोहर है।लेकिन 15 सालों तक भाजपा सरकार ने इसको हतोत्साहित किया था। भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पारम्परिक तीज त्यौहार को बढ़ावा दिया मुख्यमंत्री निवास राज्य के तीज त्यौहार संस्कृति के संवर्धन और पुनरुत्थान का केंद्र बना। तीजा हरेली हलशष्ठी आदिवासी दिवस माता कर्मा दिवस पर अवकाश घोषित किया गया।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य कि जनता भी देख रही है और समझ भी रही कैसे राजनैतिक वजूद को बचाने के लिए भाजपाइयों में गेड़ी चढ़ने की होड़ लगी है कुछ भाजपा के नेता बोरेबासी भी खा कर भी सोशल मिडिया में फोटो पोस्ट करते दिखे। प्रधान मंत्री कि सभा के मंच पर भाजपा को छ्ग महतारी कि तस्वीर लगानी पड़ी। अमित शाह के भोजन मे भाजपा को छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसने कि नौबत आ गयी,।यही बदलाव तो कांग्रेस चाहती है राज्य मे रहने वाला हर नागरिक छ्ग कि संस्कृति और परम्परा को मान दे भाजपाई ऐसा करने को मजबूर है तो यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कि बड़ी सफलता है।