गौठानों में बेहतर पेयजल व्यवस्था की निरंतरता बनाने होगा नलकूप खनन
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में प्राथमिकता से संचालित नलजल योजना में अतिरिक्त स्त्रोत निर्माण के जरिये पेयजल की निरंतरता को बनाए रखने के लिए नलकूप खनन किए जा रहे हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने गौठानों में बेहतर पेयजल व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। जिसके परिपालन में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा वर्ष 2023-24 के अवधि में राज्य मद के अंतर्गत पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु 5007 नलकूप खनन का अंतरिम लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत बने 785 गौठानों में पेयजल की निरंतरता को बनाए रखने के लिए नलकूप खनन किया जा रहा है। राज्य में बेहतर पेयजल व्यवस्था की निरंतरता को बनाए रखने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा गौठानों में नलकूप खनन किया जा रहा है। जिसके तहत रायपुर जिले के 40 गौठान, बलौदाबाजार 50, गरियाबंद 8, धमतरी 8, महासमुंद 50, दुर्ग 80, बेमेतरा 50, बालोद 8, राजनांदगांव 35, कबीरधाम 50, बस्तर 50 और कोण्डागांव जिले के 50 गौठानों में नलकूप खनन किया जा रहा है। इसी तरह कांकेर जिले में 50, बिलासपुर 50, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 8, मुंगेली 50, कोरबा 8, जांजगीर-चांपा 50, रायगढ़ 50, जशपुर 8, सरगुजा 8, बलरामपुर 8, सूरजपुर 8 और कोरिया जिले के 8 गौठानों में नलकूप खनन किया जा रहा है।