अतिक्रमण का शिकार हो रहा है शिक्षा का मंदिर, स्कूल प्रबंधन से लेकर अंचल कर्मचारी तक बने हुए हैं बेपरवाह

रिपोर्टर : सुभाष मिश्रा

जवा। शासकीय प्राथमिक शाला गढ़ा 138 की जमीन पर कब्‍जा होता जा रहा है। आए दिन अतिक्रमणकारी इसकी जमीन पर कब्‍जा जमाते जा रहे हैं। लेकिन इसकी ओर न विभागीय की नजर है और न उच्च कर्मचारियों की। इससे लोगों में आक्रोश है। लेकिन आज यहां अतिक्रमणकारियों की नजरें पड़ रही हैं। इसका रकबा दिनोंदिन सिकुड़ता जा रहा है।

वहीं बात करें स्कूल की तो इस विधालय में कक्षा1 से कक्षा पांच तक तो 120 बच्चे हैं, जिसमें पांच शिक्षक है और विधालय दो कमरे में लगता है। कमरे की ऐसे हालात हैं कि विधालय की छत कभी भी धाराशाही हों सकतीं हैं। छत से पानी टपकता रहता है। शौचालय की व्यवस्था नहीं है न पीने के लिए पानी व्यवस्था है। वहीं विधालय की शिक्षक ने बताया की सुबह स्कूल खोलने से पहले स्कूल में शराब की बोतलें और बाथरूम कर दिया जाता जिसे साफ-सफाई करना पड़ता है रोज का मामला हो गया है। कई बार शिकायत किया गया, परन्तु कोई निराकरण नहीं निकल है। हम लोग भय के माहौल किसी तरह बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं। वहीं विधालय की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है बच्चों को आने जाने में काफी समस्या हो रही है।

अतिक्रमण को रोकने के लिए नहीं हो रही पहल- स्कूल की भूमि पर अतिक्रमण की चर्चा तो हर लोगों की जुबान पर होती है। स्कूल की अतिक्रमित जमीन कैसे मुक्त होगी इस पर किसी ने कोई पहल नहीं की है। इसकी सिर्फ एक ही वजह है। अगर नेताओं की बात करें तो उन्हें वोट की चिंता और स्कूल प्रबंधन की बात करें तो उन्‍हें है कि आज नौकरी करने आए हैं कल चले जाएंगे, झगड़ा किससे  करें। लेकिन इस स्थिति में जमीन पर कब्‍जा होता जा रहा है।

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