जिला प्रशासन पर सौतेला व्यवहार के लगे आरोप
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर @ अशोक श्रीवास्तव। जिला के हाई स्कूल ग्राउंड में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में जहां रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया वहीं कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी को किसी भी तरह के आमंत्रण जिला प्रशासन द्वारा ना देने पर पदाधिकारियों में नाराजगी देखने को मिली है। कांग्रेस संगठन के कोई भी पदाधिकारी विश्व आदिवासी दिवस के आयोजित कार्यक्रम में शामिल होना अपने शान के खिलाफ समझते नजर आए । एनएसयूआई ,युवा कांग्रेस, कांग्रेश आदिवासी ,सहित ब्लॉक अध्यक्ष व अन्य कई कांग्रेश के पदाधिकारियों को जिला मुख्यालय में प्रशासन के द्वारा आयोजित किए जाने वाले विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में किसी तरह का आमंत्रण पत्र नहीं दिया गया है। बल्कि जो सोशल मीडिया पर आमंत्रण पत्र दिया गया है उसमें कलेक्टर के आदेशानुसार का हवाला दिया गया है । जिसको लेकर भी संगठन के पदाधिकारियों में कई तरह की चर्चाएं होती रही हैं। दबी जुबान पर संगठन के कई पदाधिकारियों ने 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर कई तरह की चर्चाएं भी करते नजर आए। कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी दबी जुबान यह बात भी कहते नजर आए कि चुनाव के समय में सिर्फ कांग्रेस का झंडा उठाने के लिए विधायकों को संगठन के पदाधिकारी की याद आती है । जहां संगठन के पदाधिकारी के मान सम्मान की बात होती है। वहां हमारे विधायक भी संगठन के पदाधिकारी का कोई महत्व नहीं समझते और इसका नतीजा आज देखने को यह मिला है । जंहा संगठन के पदाधिकारी को विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में आमंत्रण पत्र नहीं दिया गया । इसी वजह से संगठन के पदाधिकारी नाराज होकर मनेंद्रगढ़ स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में समय गुजारते नजर आए।
सोशल मीडिया पर भी कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने जताई आपत्ति – जिला मुख्यालय में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों को आमंत्रण ना मिलने की नाराजगी सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली है संगठन के पदाधिकारियों के साथ किए गए ऐसे सौतेला व्यवहार को लेकर सोशल मीडिया में दिनभर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के साथ चर्चाओं का अखाड़ा बना रहा है। कांग्रेस के नाराज पदाधिकारियों ने सोशल मीडिया पर अपने वर्तमान कांग्रेसी विधायकों को भी घेरने का प्रयास किया है। यहां तक की पदाधिकारी के द्वारा नेताओं द्वारा अधिकारियों की चापलूसी करने के साथ-साथ अधिकारियों के लाल होने की भी बात कही गई है । कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने वर्तमान विधायकों के साथ-साथ जिले के अधिकारियों को भी लाल होने होने की टिप्पणी सोशल मीडिया पर की है । जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के पदाधिकारी स्वयं अपने विधायकों और अधिकारियों की चल रही सेटिंग से नाखुश नजर आ रहे हैं। यदि संगठन के पदाधिकारी के साथ वर्तमान विधायकों का यही रवैया रहा तो शायद आने वाले 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कहीं ना कहीं मुंह की खानी पड़ सकती है। और विपक्ष पार्टी इसका फायदा उठा सकती है।
कांग्रेस आदिवासी जिलाध्यक्ष भी आयोजित कार्यक्रम से रहे नाखुश पूरे कार्यक्रम में बनाए रखी दूरी- भले ही 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर सीएम भूपेश बघेल तरह में तरह के हथकंडे अपनाकर आदिवासी समाज के साथ साथ छत्तीसगढ़ की जनता को रूझानो में किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। लेकिन कांग्रेसी विधायकों की वजह से सीएम के सभी हथकंडे जमीनी स्तर पर फेल होते नजर आ रहे हैं और विपक्ष पार्टी इसको अपना मुद्दा बना रही है। और यही वजह है कि वर्तमान सरकार के पदाधिकारियों को जिला प्रशासन भी अब अपने किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं करना चाह रहा है। यदि जमीनी स्तर पर कांग्रेस के विधायकों को अपने संगठन के पदाधिकारियों की चिंता होती तो कल आयोजित विश्व आदिवासी दिवस में हरगिज संगठन के किसी पदाधिकारी को जिला प्रशासन आमंत्रण देना ना भूला होता और संगठन के सभी कांग्रेस के पदाधिकारी विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए होते। जिन आदिवासी भाइयों के मान सम्मान के लिए जिला प्रशासन के द्वारा विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया । इस विश्व आदिवासी दिवस में कांग्रेस के आदिवासी जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर कमरों को जिला प्रशासन के द्वारा आमंत्रण पत्र नही दिया गया और यही वजह है कि आदिवासी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पूरे कार्यक्रम में दूरी बनाए रखें । वही अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक संगठन के पदाधिकारी को जिले में आयोजित होने वाले किसी भी कार्यक्रम में जिला प्रशासन के द्वारा दूर रखा जाएगा या फिर आने वाले समय में 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेसी विधायकों के द्वारा रूठे संगठन के पदाधिकारी को मनाने के लिए ऐसी कोई चाल चली जायेगी जिससे जिला प्रशासन के द्वारा संगठन के किसी भी कांग्रेस पदाधिकारियों को जिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में स्थान मिल सके।
इसके पहले भी मान सम्मान के लिए कांग्रेसियों ने जमीन में बैठकर जताया था विरोध – एमसीबी जिला बनने के बाद अपने मान सम्मान की लड़ाई के लिए कांग्रेस पदाधिकारियों के द्वारा यह कोई पहली नाराजगी नहीं है । बल्कि इसके पूर्व में भी जिले में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस के पदाधिकारी के मान सम्मान के साथ खिलवाड़ किया गया था और उसके विरोध में कुछ रूठे पदाधिकारी ने जमीन में बैठकर सौतेले व्यवहार को देखते हुए विरोध जताया था ।
जिला प्रशासन के कार्यक्रम को लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी संजय गुप्ता ने कसा तंज- मनेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में कांग्रेश संगठन के पदाधिकारियों की नाराजगी को लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी ने तंज कसते हुए कहा कि यह जिला प्रशासन कार्यक्रम था ना की कांग्रेस का ऐसे में कांग्रेस की ओछी मानसिकता देखने को मिली है।