रिपोर्टर : लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के बाजार में अब बारिश के सीजन में सबसे महंगे जंगली सब्जी सरई बोड़ा बिकने आ गया है। जिसकी कीमत सुन के आप भी चौक जायेंगे। इस बार 300 रुपए पाव यानी 1200 सौ रुपए किलो गरियाबंद के बाजार में इसकी कीमत है। अगर आप राजधानी व बड़े-बड़े शहरों में इस बोड़ा सब्जी का स्वाद चखना चाहेंगे तो आपको 2000 रुपए किलो इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
कैसे लगती है इसकी फसल :
दरअसल ये सब्जी (बोड़ा) पूरी तरह से प्राकृतिक होता है। जो जंगलो में पाया जाता हैं, वन ग्राम क्षेत्र में पाए जाने वाले साल (सराई) के पेड़ के नीचे यह छोटी छोटी गोलियों के आकार में मिट्टी के नीचे दबा मिलता है। जंगल मे मिलने वाले साल पेड़ (सराई) के अवशेष से बनने वाले फंगस बारिश के दिन में थोड़ी सी बारिश व तेज धूप से ये जमीन के अंदर छोटी बड़ी गोली के आकार में दबा रहता हैं। जिसे ग्रामीणों के द्वारा लकड़ी के सहारे से निकाला जाता हैं। जिसे ग्रामीणों के द्वारा खाया व बाजार में बेचा जाता हैं। वही इसे स्थानीय व छत्तीगढ़ी भाषा में इस सब्जी को बोड़ा का नाम दिया गया है।
ये खोज पूरी तरह से जंगलों में रहने वाले आदिवासियों की है। इस फंगस का वैज्ञानिक नाम शोरिया रोबुस्टा रखा गया है। छत्तीसगढ़ के काला सोना के नाम से प्रसिद्ध इस कीमती सब्जी (बोड़ा) में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और खनिज तत्वों की मात्रा भरपूर होता है। जो शरीर के लिए काफी लाभदायक होता हैं और सावन के माह में इस सब्जी (बोड़ा) को मांसाहार के विकल्प के रूप में बड़े चाव से खाया जाता है।