एक महीने तक चलेगा सघन टीबी जांच अभियान, निक्षय मित्र बनकर कर सकते है टीबी मरीजों की मदद
10 अगस्त से घर पहुंच पेंशन अभियान की होगी शुरूआत, कलेक्टर आकाश छिकारा ने समय सीमा की समीक्षा बैठक में दिए आवश्यक निर्देश
गरियाबंद। जिले से टीबी मुक्ति के लिए कलेक्टर आकाश छिकारा की विशेष पहल से 15 अगस्त से टीबी मुक्त गरियाबंद अभियान चलाया जायेगा। यह अभियान 15 सितंबर तक चलेगा। इस अभियान के अंतर्गत जांच दलों द्वारा जिले में टीबी के मरीजों की पहचान की जाएगी तथा उनका इलाज किया जाएगा। कलेक्टर ने इस अभियान के लिए सभी जरूरी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश आज समय-सीमा के समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिये।
वर्तमान में टीबी के 360 मरीज चिन्हांकित किये गए हैं। टीबी के मरीजों को उनके इलाज में आवश्यक सहयोग के लिए निक्षय मित्र बनकर मदद कर सकते है। टीबी के मरीजों को टीबी बीमारी से मुक्ति दिलाने में मदद करने के लिए कलेक्टर ने स्वयं निक्षय मित्र बनकर टीबी को हराने में आवश्यक मदद करने की शुरूआत की है। साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी को निक्षय मित्र बनकर आवश्यक मदद करने की अपील की है।
इसी तारतम्य में जिले में अब तक 150 निक्षय मित्र बन चुके है। जिन्होंने 3-3 हजार रूपये की आर्थिक मदद कर टीबी मरीजों के लिए पूरक पोषण आहार, डायग्नोस्टिक और रोजगार के स्तर पर निक्षय मित्र बनकर कोई भी व्यक्ति टीबी रोगी को सहयोग कर सकते है। इस अवसर पर बैठक में वनमण्डलाधिकारी मणिवासगन एस, अपर कलेक्टर अविनाश भोई, संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत, डिप्टी कलेक्टर टीआर देवांगन, एसडीएम भूपेन्द्र साहू, अर्पिता पाठक, जिला कोषालय अधिकारी बी.के तिवारी सहित जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री छिकारा के निर्देशानुसार गुरूवार 10 अगस्त से घर पहुंच पेंशन महाभियान की शुरूवात की जायेगी। जिसमें जिला अंतर्गत पेंशन के हितग्राही को पेंशन सखी के माध्यम से पेंशन का भुगतान उनके घर तक पहुंचकर प्रदाय किया जायेगा। कलेक्टर ने बैठक में अभियान की जरूरी तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इसके अलावा प्रत्येक गुरूवार को प्रातः 10 बजे से 10 मिनट तक सभी अधिकारी जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए जिले में मलेरिया नियंत्रण के लिये विशेष अभियान चलाया जायेगा।
इसके लिए प्रत्येक अधिकारी- कर्मचारी अपने कार्यालय के आसपास किसी भी प्रकार के पुराने जमे हुए पानी, कुलर के पुराने पानी या किसी भी प्रकार के पुराने पानी जमा होने पर उन स्थानों पर मच्छर के लार्वा को नस्ट करने के लिए मिटटी तेल, फिनाईल पुराना जला हुआ इंजन आईल जैसे-पदार्थो का उपयोग कर इन रूके हुए पानी में डालने का कार्य करेंगे। जिससे की मलेरिया मच्छर के लार्वा नष्ट करने का अभियान प्रत्येक गुरूवार को प्रातः 10 बजे, 10 मिनट तक गरियाबंद जिले को मलेरिया मुक्त करने का कार्य करेंगे। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वच्छता समूह सहित अन्य व्यक्ति प्रत्येक गुरूवार को प्रत्येक ग्रामों में गृह भेंट करके घर के भीतर, आसपास किसी भी प्रकार के पुराने बर्तन, पुराने प्लास्टिक डिब्बे, पुराने टायर अथवा पुराने जूते इत्यादि में किसी भी प्रकार से पानी को जमा नहीं होने देने की जानकारी दी जायेगी। साथ ही मच्छर के लार्वा को पनपने नहीं देने के लिये और उनकों नष्ट करने के लिए विशेष कार्य करेंगे।
कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में स्वास्थ्य एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि मौसमी बिमारियों एवं मच्छरों से मलेरिया न फैले इसके लिए ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल स्त्रोतों के आसपास आवश्यक दवाई का छिड़काव करें। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में मलेरिया के प्रकरण अधिक होने की संभावना होती है उन गांवों में मेडिकेटेड मच्छरदानी लगाकर सोने के लिए जागरूक करें। साथ ही जहां मलेरिया के केस मिलते ही उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराएं। 11 एवं 18 अगस्त को जनपद पंचायत छुरा अंतर्गत क्रमशः सांकरा एवं कोसमबुड़ा ग्राम पंचायत के क्लस्टर संगठन भवन मे आजीविका ऋण मेला का आयोजन किया जाना है। जिसमें आजीविका मिशन बिहान एवं पीएमईजीपी, सीएमईजीपी, अंत्यावसायी. केसीसी के लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जायेगा।