रीवा @ सुभाष मिश्रा। दूसरों के गिरेबान मैं जांचने वाले खुद भी खाकी वर्दी की आड़ में अपने आप को साफ-पाक मान रहे हैं, जबकि पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत चेकिंग के दौरान एक-एक वाहनों का वेरिफिकेशन एवं गाड़ी में पड़े हुए नंबर के आधार पर पुलिस चेकिंग कर रही है फर्जीवाड़ा का यह मामला रीवा जिले के दवा थाना अंतर्गत उस वक्त सामने आया जब पुलिस को यह पता चला कि स्वयं उपनिरीक्षक वी.पी. वर्मा नाम की पुलिस वाले ने हीरो होंडा स्प्लेंडर पर बजाज स्कूटी का नंबर लगा कर फर्राटे मार रहे हैं।
वाहन चेकिंग के नाम पर सड़क पर गिरी पुलिस आमजन के वाहन एवं नंबर की बारीकी से जांच करती है पर कुछ खाकी वर्दी किस बाइक में कौन सा नंबर लगा कर चला रही है उसे खुद नहीं मालूम है बताया गया है कि एसआई जिस स्प्लेंडर प्लस में सवार होकर भ्रमण करते हैं उसमें MP19 E 5786 लिखा हुआ है जबकि यह नंबर बजाज स्कूटर का है ऑनलाइन सर्च करने पर पता चला कि ओनर ताज मोहम्मद पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी कामता टोला आरटीओ सतना दिखा रहा है गुप्त नंबर का रजिस्ट्रेशन 20 जून 2000 में हुआ है जिसकी वैधता 23 जून 2015 है। सबसे बड़ी बात यह है कि जब पुलिसकर्मी इस तरीके का फर्जीवाड़ा और गलत काम में संलिप्त रहेंगे तो आम जनता को क्या संदेश जाएगा।