5 वर्षीय नाबालिक के साथ बस्तर में हुए दुष्कर्म पर प्रदेश की सियासत गर्म

रायपुर/बस्तर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर संभाग के सुकमा जिले में एर्राबोर नामक जगह पर 22 तारीख शनिवार को पोटा केबिन में 5 वर्षीय आदिवासी नाबालिग छात्रा के दुष्कर्म के मामले पर भारतीय जनता पार्टी मुखर रूप से विरोध में उतर आई है। भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ी करती है। भाजपा के जिलाध्यक्ष धनीराम बारसे ने कोंटा के विधायक एवं आबकारी मंत्री कवासी लखमा से इस्तीफे की मांग की है।

धनीराम बारसे का कहना है कि सुकमा जिले में इस प्रकार 1 महीने के अंदर नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म का यह दूसरा मामला है, सुकमा में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। उन्होंने ना सिर्फ अध्यक्ष कावासी लखमा के इशारे पर अधीक्षिका की भर्ती की बात कही है। वहीं सीधा आरोप लगाया है कि इस मामले को दबाने की कोशिश अधीक्षिका की है ,साथ ही यह भी कहा है कि अधीक्षिका पर एफ आई आर दर्ज नहीं होना कांग्रेस के स्थानीय विधायक की वह से हो रहा है अधीक्षिका कांग्रेस के स्थानीय नेता की बहन है इसलिए कार्यवाही नहीं की जा रही है सिर्फ अनौपचारिक खानापूर्ति की जा रही है।

वही भाजपा पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रंजना साहू ने 5 साल की बच्ची से गैंगरेप को हैवानियत के दर्द से भरा कहा है, प्रदेश कि हर मां इस मामले पर रो रही है और कांग्रेस की सरकार सो रही है। उन्होंने सीधा हमला मुख्यमंत्री पर किया है कि प्रदेश के शैक्षणिक एवं आवासीय आश्रमों छात्रावासों में अगर बच्चों की सुरक्षा यह सरकार और उसके कारिंदे सुनिश्चित नहीं कर पा रहे हैं तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। रंजना साहू ने यह भी कहा कि द्वारा इस मामले को अधीक्षिका द्वारा 3 दिन तक दबाए रखना बेहद गंभीर अपराध है। नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें पूर्व मंत्री लता उसेंडी,विधायक रंजना साहू ,महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत एर्राबोर आश्रम घटना स्थल पहुंची और निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने परिजनों से भी मुलाकात कर सभी प्रकार की मदद का आश्वासन दिया। और न्याय की मांग की है। घटना को लेकर ग्रामीण जनों में भी भारी आक्रोश।

वही इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने पत्रकार वार्ता ले कर तीखी प्रतिक्रिया दी है। डॉ. रमन सिंह ने कहा, बच्ची के साथ हुई ये घटना अमानवीय कृत्य है। बच्ची के मां बाप को छात्रावास से भगा दिया जाता है एफ आई आर दर्ज तक नहीं की जाती यहां तक कि मेडिकल तक नहीं कराया गया बच्ची का। उस छोटी सी बच्ची को और उसके मां-बाप को भटकना पड़ा इससे वीभत्स घटना क्या हो सकती है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा आप की सरकार में बेटियां सुरक्षित नहीं है। आज तारीख तक अपराधी नहीं पकड़े गए। दूसरे राज्यो में होता तो कांग्रेस धरती को सर में उठा लेती. अभी तक किसी ने एक शब्द नहीं बोला। अनुसूचित जनजाति पर उनकी संवेदना नहीं है। . भारतीय जनता पार्टी इस विषय पर गंभीर है, पीड़ित परिवार को पूरा सहयोग मिलेगा।

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