स्व सहायता समूह की बहनें बनी आत्मनिर्भर, गांव में खोल दी “दीदी कैफे”, 14 बहनें करेंगी कैंटीन का संचालन
रीवा @ सुभाष मिश्रा। जिले के जवा जनपद पंचायत में स्व सहायता समूह की बहनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर वाले भारत के सपने को साकार करने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है. यहां पर आत्मनिर्भर बनने के लिए 2 स्व सहायता समूह की तकरीबन 14 बहनों ने मिलकर खुद का रोजगार स्थापित किया है. स्व सहायता समूह की इन बहनो ने गांव में ही “दीदी कैफे” के नाम से एक कैंटीन खोली है. गांव में दीदी कैफे खोलकर इन बहनों ने साबित कर दिया है की महिलाएं भी किसी से कम नहीं है.
स्व सहायता समूह की बहनें बन रही आत्मनिर्भर
स्व सहायता समूह की बहनों के द्वारा “दीदी कैफे” का संचालन आज से ही शुरू एक दिया गया. इस कैफे का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने फीता काटकर किया है. बताया जा रहा है की जिस दुकान में स्व सहायता समूह की बहनों ने आज से “दीदी कैफे” का संचालन शुरू किया है. उस समूह की बहनो की दीदी कैफे का संचालन शुरु किया है उसके लिए क्षेत्रिय विधायक दिव्यराज सिंह ने भी उनकी सहायता की है. इसके लिए विधायक ने जवा जनपद के सीईओ से जमीन का आवंटन करवाया फिर ढाई लाख राशि विधायक निधि से देकर भवन (दुकान) का निर्माण करवाया. वही दीदी कैफे का उद्घाटन करने पहुंचे क्षेत्रीय विषयक दिव्यराज सिंह ने भी दीदी कैफे में बने व्यंजनों का लुफ्त उठाया.
14 बहनों ने गांव में खोला “दीदी कैफे”
2 समूह की तकरीबन 14 से बहनों ने मिलकर “दीदी कैफे” कैंटीन का संचालन आज से शुरु किया है. दीदी कैफे में चाय, समोसा के आलावा ग्राहकों के लिए शहरो की तर्ज पर फास्ट फूड पकवान परोसने के व्यवस्था की गई है. जहां बैठकर ग्राहक ग्रहक कई तरह के व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे. इसके आलावा ऑर्डर मिलने पर स्व सहायता समूह की बहने खाना पकाने का भी कार्य करती है. हाल ही में जवा जनपद में मुख्य मंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए कार्यक्रम में भी “दीदी कैफे” की बहनों को खाने का ऑर्डर मिल चुका है. वहीं आने वाले समय में स्व सहायता समूह की बहनों के द्वारा जल्द है दीदी कैंटीन से टिफिन की डिलेवरी सेवा भी शुरू की जाएगी.
“दीदी कैफे” से समूह के बहनों की आर्थिक स्थिती होगी मजबूत
दीदी कैफे में होने वाले व्यय की गई राशि का भुगतान स्व सहायता समूह की सभी बहने मिलकर करेंगी. इसके बाद हर माह होने वाले आय और व्यय का पूरा हिसाब समूह की लेखापाल अंजू गुप्ता के पास होगा. हर माह दीदी कैफे से होने वाली इनकम का भी जो फायदा होगा उसे स्व सहायता समूह की बहनो को आपस में बराबरी से बाटा जायेगा. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से जनपद पंचायत जवा भवन परिसर में दीदी कैफ़े का शुभारंभ किया गया. सरस्वती स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस “दीदी कैफे” कैंटिन का संचालन करेंगी. इससे उन्हें रोजगार तो उपलब्ध होगा ही उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी. स्व सहायता समूह की बहनों के इस हौसले की जनता भी अब काफी प्रशंसा एक रही है.
दीदी कैफे में चाय, नाश्ता, फास्टफूड, टिफिन की होगी व्यवस्था
आजीविका मिशन के माध्यम से सरकार आमजन को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करा रही है. ऐसे में जनपद में समूहों का गठन कर गांव-गांव में महिलाएं रोजगार का सृजन कर अपने पैरों पर खड़ी हो रहीं है. जवा जनपद पंचायत मे आज से शुभारंभ किए गए दीदी कैफ़े में भोजन से लेकर टिफिन नाश्ता चाय, फास्ट फूड तक कि सुविधाएं रहेंगी. जिससे आमजन को बेहतर सुविधाएं भी प्राप्त होंगी साथ ही ग्रामीण महिलाए आत्मनिर्भर होंगी.