अधिवक्ता संघ जवा के क्रमिक धरना में सिरमौर विधायक ने पहुंच कर मांगों को पूरा करने का दिए आश्वासन
रीवा @ सुभाष मिश्रा। अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर अधिवक्ता संघ जवा का 21/04/23 से लगातार क्रमिक धरना चल रहा है लेकिन शासन प्रशासन एवं स्थानीय विधायक के द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा था लेकिन कल दिनांक 28/06/23 को सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह ने धरना स्थल पर पहुचकर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिए।
आपको बता दे कि इन्ही 6 सूत्रीय मांगों को लेकर व्यापार मंडल जवा एवं अधिवक्ता संघ के तत्वावधान में बीते वर्ष 84 दिन का क्रमिक धरना किया गया था उस दौरान भी सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह और रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा के आश्वासन पर क्रमिक धरना को समाप्त किया गया था कि आपकी मांगे पूर्ण किया जाएगा लेकिन 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी मांगे पूर्ण नही होने पर अधिवक्ता संघ जवा के तत्वाधान में पुनः 21/04/23 से क्रमिक धरना किया जा रहा है साथ ही शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों को सद्बुद्धि हेतु यज्ञ हवन भी किया था इसके बाद उग्र रूप देने के लिए 17/06/23 को बैठक की गई थी जहा पर निर्णय लिया गया कि 30 जून को शासन के खिलाफ काली पट्टी बांध कर विरोध किया जाएगा और शाम को मशाल जुलूस निकाला जाएगा।
इसके दूसरे दिन 1 जुलाई को व्यापारियों द्वारा जवा बाजार को बन्द करने का निर्णय लिया गया है जिसे देखते हुए सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह ने अधिवक्ता संघ जवा के क्रमिक धरना के कार्यक्रम में पहुंचकर सभी मांगों को पूरा किए जाने का आश्वासन दिए,एक मांग कृषि उपज मंडी को छोड़कर शेष अन्य सभी 5 मांगे पूर्ण की जाएगी।
जिनमें मुख्य रूप से जवा को नगरपरिषद बनाया जाय,सिविल हॉस्पिटल का निर्माण, सिविल कोर्ट की स्थापना, उपपंजीयक कार्यालय, नियमित अनुविभागीय अधिकारी की पदस्थापना एवं कृषि उपज मंडी खोले जाने को लेकर क्रमिक धरना किया जा रहा है।
लेकिन क्षेत्रवासियों का सवाल यही है की क्या विधायक द्वारा इस बार दिये गए आश्वासन पर मांगे पूर्ण होगी या बीते वर्षो की भांति आश्वासन हवा हवाई हो जाएगा? वही लोगो का कहना है कि चुनाव सिर पर है हो सकता है कि लोगो के आक्रोश को देखते हुए मांगे पूर्ण हो जाये। मांगे पूर्ण होती है या नही ये तो समय बताएगा। लेकिन सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह पर लोगो का भरोसा है कि इस बार उनके द्वारा दिये गए आश्वासन पर मांगे पूर्ण होगी जिसके लिए विधायक के द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है।