इन्दौर। युवाओं के लिए शिवराजसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री रहते हुए पिछले साल प्रदेश में सीखो-कमाओ योजना लांच की थी, लेकिन सालभर में ही उस योजना को बंद कर दिया गया है, जिससे युवा भटक रहे हैं। योजना को चालू करने की मांग को लेकर कांग्रेस सीएम हाउस का घेराव करेगी।
पिछले साल सितम्बर माह में ही तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा लांच की गई इस योजना के तहत युवाओं को सीखने के साथ-साथ एक निर्धारित राशि देने की योजना बनाई गई थी। इस योजना को युवाओं के लिए बड़े जोर-शोर से लांच किया था। योजना में युवाओं को उसी विभाग में परमानेंट नौकरी करने या दूसरे किसी अन्य कंपनी में परमानेंट करने की भी योजना थी। इसका लाभ युवा भी ले रहे थे, लेकिन अचानक मोहन सरकार ने ये योजना बंद कर दी।
यह आरोप लगाते हुए अभा जमीनी कांग्रेस के जीतू दीवान ने बताया कि 15 से 20 हजार युवा इस योजना से जुडक़र अपने सुनहरे भविष्य के सपने देख रहे थे। यह मोदी की गारंटी के साथ भी छलावा है। उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रभावित युवाओं की सूची बनाई जा रही है और उन्हें जोडऩे का काम किया जा रहा है। इसी महीने जमीनी कांग्रेस मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर सीखो-कमाओ योजना फिर से चालू करने की मांग करेगी।