हथकरघा उद्योग से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को मिली बुनकर गुड़ी की संजीवनी
रायपुर। धमतरी के अछोटा गांव की रहने वाली लक्ष्मी देवांगन कुछ वर्ष पहले मजदूरी करती थीं, लेकिन शारीरिक कठिनाइयों के चलते उन्हें ये काम छोड़ना पडा. इसके बाद लक्ष्मी को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में पता चला. लक्ष्मी ने यहां चार माह का हथकरघा उद्योग का प्रशिक्षण लिया और अपने घर में हथकरघा मशीन लगाया.
मां अंगारमोती बुनकर सहकारी समिति मर्यादित अछोटा के माध्यम से लक्ष्मी को काम मिलने लगा और अब लक्ष्मी घर बैठे ही हर माह हजारों रूपए की आय हासिल कर रही है. इस समिति में लक्ष्मी जैसी ही 97 महिलाएं हथकरघा उद्योग से जुड़कर ग्रामीण परिवेश में आर्थिक सशक्तिकरण की नई कहानी लिख रही हैं.
अभी तक समिति के सदस्यों के घरों में व्यक्तिगत रूप से बुनकर कार्य किया जाता था। कई समूह सदस्यों के घरों में स्थान की कमी के चलते कार्य अच्छे ढंग से संचालित नहीं हो पाता था । इस समस्या को दूर करने के लिए महात्मागांधी औद्योगिक पार्क योजना अंतर्गत अछोटा गौठान में हथकरघा इकाई की स्थापना की गई है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समिति के सदस्यों को बुनकर गुड़ी लोकार्पित किया है ताकि सदस्यों को कार्य करने में आसानी हो। इसके लिए हथकरघा उद्योग से जुड़े सदस्यों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए उन्हें आम मजदूर से हुनरमंद कारीगर बनाने के लिए आभार जताया।