प्राइवेट स्कूल संचालक शासन की आंखों मे झोंक रहे धूल, आठवीं की मान्यता लेकर दसवीं तक कर रहे स्कूल का संचालन, प्रशासन की लापरवाही का नतीजा भुगत रहे मासूम बच्चे
0 रीवा के हनुमना में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही
रीवा @ सुभाष मिश्रा। मध्य प्रदेश के रीवा में प्राइवेट स्कूल संचालकों की धोखाधड़ी इस हद तक हावी है कि वह मासूम बच्चों को ही अपने धोखे का शिकार बना रहे हैं। ताजा मामला रीवा जिले के हनुमना तहसील अंतर्गत का है, जहां प्राइवेट स्कूल संचालकों के द्वारा आठवीं की मान्यता लेकर 10वीं तक स्कूल का संचालन किया जा रहा है, लेकिन इस ओर ना तो सरकार का ध्यान जा रहा है और ना ही शिक्षा विभाग के आला अमले का।
प्राइवेट स्कूल संचालक दसवीं की मान्यता नहीं लिए हैं, बावजूद इसके दसवीं के छात्रों का प्रवेश अपने विद्यालय में ले लेते हैं। अंत में जब परीक्षा का फार्म भरवाना होता है तो वह किसी अन्य विद्यालय से छात्रों का फार्म भरवा देते हैं। प्राइवेट स्कूल संचालक मासूम छात्र छात्राओं से धोखाधड़ी को अंजाम देकर अपनी आमदनी को बढ़ा रहे हैं इसी कड़ी में हनुमना तहसील अंतर्गत (1) ब्राइट स्टार कान्वेंट स्कूल खटखरी, (2) श्री रामचंद्र बाल मंदिर स्कूल बिझौली गहरवारन, (3) हनुमत ज्योति पब्लिक स्कूल मसुरिहा, (4) स्टार इंग्लिश पब्लिक स्कूल चौहान, (5) आदर्श सरस्वती शिक्षा मंदिर कोरिया कारनांकपुर, (6) ग्रामीण सरस्वती शिशु मंदिर कोरिया करनांकपुर सहित अन्य मे विगत कई वर्षों से बिना दसवीं और बारहवीं का रजिस्ट्रेशन लिए स्कूल का संचालन किया जा रहा है लेकिन इस ओर शिक्षा विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन को जानकारी होने के बावजूद भी कोई कार्यवाही अभी तक नहीं की गई, जिससे साफ तौर पर समझ आता है कि शिक्षा विभाग की लापरवाही नौनिहालों पर भारी पड़ रही है, लेकिन इस पर जिला प्रशासन अभी तक किसी प्रकार से कोई सख्त कदम नहीं उठाया है। इन दिनों छात्र छात्राओं का प्रवेश प्रारंभ है और जल्द ही विद्यालय संचालित हो जाएगी, लेकिन इस पर कोई भी कार्यवाही ना करके प्राइवेट स्कूल संचालकों को खुली छूट दी गई है कि वह अपनी मनमानी को अंजाम दे सकते हैं और नौनिहालों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर सकते हैं।