नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को शनिवार को तिमोर-लेस्ते देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार सार्वजनिक सेवा में उनकी उपलब्धियों और शिक्षा, सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पण के लिए दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि यह देश के लोगों के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को ग्रैंड कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘राष्ट्रपति को तिमोर-लेस्ते के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित होते देखना हमारे लिए गर्व का क्षण है। यह हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है। यह कई वर्षों तक सार्वजनिक जीवन में उनके स्मारकीय योगदान को भी मान्यता है।’
यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतिबिंब
पुरस्कार प्राप्त करने के बाद राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतिबिंब है। बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मु फिजी और न्यूजीलैंड की अपनी यात्रा संपन्न करने के बाद शनिवार को तिमोर लेस्ते पहुंचीं। एक विशेष सम्मान के रूप में, राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
उन्होंने दिली में अपने तिमोर लेस्ते समकक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की, जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों को रेखांकित किया। दोनों नेताओं ने भारत और तिमोर लेस्ते के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर भी चर्चा की। राष्ट्रपति मुर्मु की यात्रा दक्षिण पूर्व एशियाई देश में भारत की ओर से पहली राष्ट्राध्यक्ष स्तरीय यात्रा है। उन्होंने दिली में भारतीय सामुदायिक स्वागत समारोह को भी संबोधित किया।
तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने दिया था निमंत्रण
राष्ट्रपति मुर्मु को दिली स्थित राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति की तिमोर लेस्ते की यह यात्रा तिमोर लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता के निमंत्रण पर हुई है।