मनरेगा के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को मिल रहा मातृत्व भत्ता का लाभ
महिला श्रमिकों को भत्ते के रूप में एक माह की मजदूरी के बराबर राशि हो रही प्राप्त
गरियाबंद @ लोकेश्वर सिन्हा। महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत पंजीकृत परिवारों को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से जिले में विभिन्न निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसके साथ ही साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी कार्य करते हुए महिलाओं को मनरेगा के अंतर्गत समान रोजगार के अवसर एवं लाभ प्रदान किये जा रहे हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को मातृत्व भत्ता का लाभ प्रदान किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष में मनरेगा अंतर्गत 50 दिवस का रोजगार प्राप्त करने वाली गर्भवती महिलाओं को भत्ते के रूप में एक माह की मजदूरी के बराबर राशि दी जा रही है। इसी तारतम्य में फिंगेश्वर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बारूला की महिला श्रमिक श्रीमती पद्मावती निर्मलकर को मातृत्व भत्ता का लाभ प्राप्त हुआ है।
उन्होंने बताया कि मनरेगा के माध्यम से नाला सफाई, मिशन तालाब गहरीकरण, मेड बंधान कार्य, नाली मरम्मत कार्य में 50 दिवस का कार्य करने पर एक माह की राशि 6120 रूपये प्राप्त हुआ। जिससे मैं बहुत अधिक प्रसन्न हुं। यह राशि मेरे एवं मेरे शिशु की खानपान एवं स्वास्थ्य हेतु उपयोग किया गया है। मातृत्व भत्ता मिलने से मुझे आर्थिक सहयोग मिला जिसके लिये मैं सहृदय धन्यवाद देती हुं, एवं अन्य महिलाओं को भी इस योजना से मिल रहे लाभ के प्रति जागरूक कर रही हूं। सीईओ जनपद पंचायत फिंगेश्वर ने बताया कि ग्राम पंचायत बारूला में महात्मा गांधी नरेगा के जॉब कार्डधारी परिवारों की संख्या 287 एवं सदस्य संख्या 630 है। जिसमें महिला श्रमिकों की संख्या 308 है। जिसमें पद्मावती निर्मलकर भी शामिल है। पदमावती ने वित्तीय वर्ष 22-23 में 50 दिवस का रोजगार प्राप्त कर प्रसुति अवधि के दौरान एक माह की मजदूरी के बराबर राशि मातृत्व भत्ता के रूप में प्राप्त किया है।
महात्मा गांधी नरेगा में महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाने हेतु किए गए विभिन्न कार्य – फिंगेश्वर विकासखण्ड में इस योजना के माध्यम से अभी तक कुल 214 महिलाओं को मातृत्व भत्ता का लाभ दिया जा चुका है। महिलाओं को विभिन्न योजनाएं जैसे महिला मेट, प्रोजेक्ट उन्नती के तहत् सिलाई, मशरूम उत्पादन के साथ-साथ कम्प्यूटर, मोबाईल रिपेयरिंग प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। जिससे वे स्वरोजगार कर अपने आर्थिक स्थिति को संबल प्रदान कर रही है। ग्राम पंचायत बारूला में मातृत्व भत्ता के 17 प्रकरण प्राप्त हुआ है, सभी महिलाओं को भत्ते की राशि प्रदान की जा चुकी है।
वित्तीय वर्ष 22-23 में ग्राम पंचायत बारूला अंतर्गत मनरेगा मजदूरों को रोजगार प्रदाय करने हेतु 23 हजार 741 मानव दिवस के कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई थी। जिसमें 556 श्रमिकों को रोजगार दिया गया। जिसमें से 275 पुरुष श्रमिक एवं 281 महिला श्रमिकों को 19 हजार 427 मानव दिवस का रोजगार प्रदाय किया गया है, जिसमें से महिलाओं की भागीदारी सराहनीय है। ग्राम पंचायत में 281 महिला सदस्यों को 10 हजार 874 मानव दिवस का रोजगार दिया गया है।
योजना के क्रियान्वयन में प्रशासन की भूमिका- ‘‘मातृत्व भत्ता‘‘ जैसे विभिन्न योजनाओं का लाभ ग्राम पंचायत के सभी परिवारों तक पहुंच सके, ये प्रशासन की प्राथमिकता है। मातृत्व भत्ता जैसे योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ घर-घर तक पहुंचाने का काम प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। जिसके जरिये मनरेगा महिला श्रमिकों को मातृत्व भत्ता प्रसूति अवकाश के रूप में प्रदान किया जा सके ताकि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सकें, इन सभी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने हेतु विकासखण्ड के सभी ग्रामों में ग्राम सभा एवं प्रत्येक माह के 07 तारिख को रोजगार दिवस का आयोजन किया जाता है।