दमोह। दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र के डूमर गांव में दुखद घटना क्रम सामने आया है, जहां गांव से लगी एक तालाब में डूब कर तीन बच्चियों की दर्दनाक मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार ग्राम से करीब एक किमी दूर वारिश नही होने से खेर माता मंदिर में गक्क्कड़ भरता भंडारे का आयोजन किया जा रहा था, जिसमें गांव की कन्याएं दोपहर में शामिल होने गई थी उन्हीं कन्याओं में शामिल माया पिता अर्जुन सिंह लोधी उम्र 9 वर्ष राजेश्वरी पिता हनुमत सिंह लोधी उम्र 12 वर्ष प्रिंसी पिता यशवंत सिंह उम्र 12 वर्ष निवासी डूमर भंडारे में भोजन करने के बाद शाम करीब 5 बजे डूमर घर वापस लौट रही थी इसी दौरान गांव से लगे एक तालाब में मृतिका माया पिता अर्जुन सिंह नहाने लगी और डूबने लगी तो साथ की बच्चियों ने बचाने के लिए आवाज़ लगाई और राजेश्वरी पिता हनुमत सिंह और प्रिंसि पिता यशवंत सिंह बच्ची को बचाने के लिए तालाब में उतर गई और डूबते ही बच्चियों ने चिल्ला दिया, जिसकी आवाज सुनकर पास में काम कर रहे सूरज सिंह अखिलेश यादव ने तालाब में छलांग लगा दी और 9 वर्षीय माया को बाहर निकाल लिया गया और लेकर भागे लेकिन तभी दो अन्य बच्चियों दिखाई नही दी डूबने की आशंका से पास में कुछ मजदूरों को हुई तो तालाब में उतरे और दो बच्चियों को बाहर निकाला इस तरह से तालाब में डूबी तीनों बच्चियों को निजी वाहन से परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर डॉक्टर ने जांच परीक्षण बाद सभी बच्चियों को मृत घोषित कर दिया है।
जैसे ही बच्चियों के मृत होने की खबर ग्राम वासियों को लगी ग्राम में मातम पसर गया इसी दौरान मृतक राजेश्वरी की बड़ी बहन रागिनी घर में भी मिली और लोगो को शक हुआ की बच्ची दहशत में आ गई है और माता-पिता की डांट फटकार के डर से अचानक से घर से कही भाग गई होगी जिसकी खोज में पूरा गांव करने जाता है, लेकिन रात्रि तक चौथी बच्ची का भी पता नहीं चल पा रहा है गांव की लोग परेशान होकर खोजते हुए तालाब पहुंचते हैं और पूरा गांव तालाब में बच्ची को खोजता है और आखिरकार चौथी बच्ची का शव भी तालाब में तैरता मिल जाता है.. वही इस मामले में प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव पूरे मामले की जानकारी ली और हादसे पर दुख जताया साथ ही मृतक बच्चियों के परिवार को 4-4 लाख की सहायता राशि देने के प्रशासन को निर्देश दिए है।