सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणी से आक्रोशित भाजपाइयों ने देवभोग में फूंका उदयनिधि स्टालिन का पुतला
देवभोग @ देवीचरण ठाकुर। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा देवभोग बस स्टैंड में भाजपा के वरिष्ठ एवं युवा कार्यकर्ताओं ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए आपत्तिजनक बयान से आक्रोशित होकर उदयनिधि स्टालिन का पुतला दहन किया गया। भाजयुमो कार्यकर्ताओं एवं पुलिस के बीच पुतला को लेकर छीना-झपटी भी हुई।
बिंद्रानवागढ़ विधानसभा प्रभारी महेंद्र पंडित ने कहा कि संवैधानिक दायित्व में होते हुए किसी विशेष धर्म के बारे में ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी करना अत्यंत ही निंदनीय है। एक प्रदेश की ज़िम्मेदारी आप पर हैं,विश्व के सबसे प्राचीन धर्म के बारे में ऐसी अमर्यादित भाषा का उपयोग किया है जो सरासर अमानवीय एवं गलत विचारधारा को प्रमाणित करता है।
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष,अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भागीरथी मांझी ने इस प्रकार की टिप्पणी को डेंगू जैसी बीमारी से तुलना की और इससे हम सभी हिंदुओं को गहरा आघात लगा है,मन आहत हैं और व्यथित भी है भारत एक लोकतांत्रिक देश है और इस देश के अंदर किसी भी व्यक्ति के धर्म के प्रति ऐसे बयान देना निंदनीय है। हम तमिलनाडु सरकार को यह माँग करते हैं कि वह लोकतंत्र की रक्षा करें और संवैधानिक पद पर रहकर संविधान से परे उठ के किसी धर्म विशेष पर ऐसी ओछी भाषा का उपयोग कर रहा हो उसे किसी संवैधानिक पद पर रहने का कोई हक़ नहीं है। हम उदयनिधि स्टालिन से उसके इस्तीफ़े की माँग करते हैं।
पूर्व संसदीय सचिव एवं विधायक गोवर्धन सिंह मांझी ने भी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से यह माँग करते हुए कहा कि अपने पुत्र मोह को छोड़ करोड़ों सनातनियों की भावनाओं का आदर करते हुए उदय निधि स्टालिन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा प्रभारी महेंद्र पंडित,भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष भागीरथी मांझी,पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन सिंह मांझी,वर्तमान विधायक डमरूधर पुजारी,देवभोग मंडल अध्यक्ष लुद्रास साहू,झाखरपारा मंडल अध्यक्ष सीताराम यादव, गोहरापदर मंडल अध्यक्ष गुरुनारायण तिवारी,जिला अध्यक्ष योगीराज माखन कश्यप के अलावा भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।