चिन्हित 749 मरीजों में से 69 का हुआ मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन
जगदलपुर। कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देशानुसार बस्तर जिले में मोतियाबिंद मुक्त अभियान कार्यक्रम का तीसरा चरण 15 मई से 15 जून तक संचालित किया जा रहा है, जिसमें अब तक सभी विकासखण्डों में 749 मोतियाबिन्द मरीजों की सर्वे कर पुष्टीकरण की गई है।
उक्त चिन्हित मरीजों में से 69 मोतियाबिन्द मरीजों का सफलतापूर्वक निःशुल्क मोतियाबिन्द ऑपरेशन किया गया है। वर्तमान में चिन्हित अन्य सभी मरीजों को लाभान्वित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि राज्य स्तर से गत वर्ष जिले को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु 4500 का लक्ष्य आबंटित किया गया था, जिसके विरुद्ध 4198 मरीजों का ऑपरेशन कर उन्हें लाभान्वित किया गया। कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देशानुसार जिले में अब पुनः मोतियाबिंद जांच एवं उपचार अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आरके चतुर्वेदी ने इस सम्बंध में बताया कि कलेक्टर द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बस्तर जिले को मोतियाबिन्द मुक्त जिला बनाने हेतु विशेष प्रयास करने के साथ ही नेत्र चिकित्सा के लिए स्थापित विशेष अस्पताल अंबक की सुविधाएं मरीजों को जरूरत के अनुसार प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर पूर्व में किये गए सघन सर्वे अभियान की तरह पुनः सघन मोतियाबिन्द सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग के समस्त कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों को सघन सर्वे अभियान प्रारंभ कर नियमित रिर्पोटिंग करने के साथ ही संभावित मरीजों का सत्यापन कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल डिमरापाल एवं जिला महारानी अस्पताल में स्थित अंबक अस्पताल में आपरेशन करवाने के लिए निर्देश दिये गए हैं। ऑपरेशन के लिए मरीजों को लाने एवं घर तक पहुंचाने हेतु निःशुल्क आवागमन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं के द्वारा वर्ष 2023-24 में बस्तर जिला को मोतियाबिन्द मुक्त जिला बनाने हेतु निर्देश दिया गया था। उक्त परिप्रेक्ष्य में कलेक्टर बस्तर के निर्देशानुसार जिले में चलाये जा रहे मोतियाबिन्द मुक्त अभियान कार्यक्रम में कुल 4198 मरीजों का सफलतापूर्वक मोतियाबिन्द ऑपरेशन किया गया है। इस हेतु संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं रायपुर को मोतियाबिन्द मुक्त जिला बस्तर बनाने के लिए सत्यापन सम्बन्धी प्रस्ताव भेजा गया है। सीएमएचओ डॉ.चतुर्वेदी ने बताया कि कलेक्टर के द्वारा मोतियाबिन्द मुक्त कार्यक्रम की नियमित समीक्षा कर प्रभावी कियान्वयन हेतु सतत मार्गदर्शन प्रदान करने के फलस्वरूप बस्तर जिला अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहा है। कार्ययोजना अनुसार जिले के दुर्गम एवं दूरस्थ ईलाके के लोगों को सेवाएं सर्वप्रथम मिले इसकी हमेशा कोशिश कर संबंधित क्षेत्र के मरीजों को लाभान्वित किया गया। उन्होंने जानकारी में बताया कि इसी तरह विगत कुछ वर्षों से पूरे राज्य में मोतियाबिन्द ऑपरेशन हेतु बस्तर जिला प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहा है, जिसमें बस्तर जिले को मोतियाबिन्द ऑपरेशन हेतु उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित भी किया गया है।