रायपुर। मेघालय के निजी कंपनी में नौकरी करने वाले रायपुर के एक व्यक्ति से 6 लाख 63 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी हो गई। ठगों ने दिल्ली स्पेशल सेल के नाम से फोन किया। उन्होंने मैनेजर को मनी लाड्रिंग, हत्या, अपहरण, रंगदारी, मानव अंग तस्करी का केस दर्ज होने का झांसा दिया।
मैनेजर और उसके बेटे के खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी। कार्रवाई से बचने के लिए पैसों की डिमांड की। मैनेजर ने अलग-अलग किस्त में पैसा जमा कर दिया। बाद में मैनेजर ने पता किया तो जानकारी हुई कि उनके खिलाफ कोई भी केस दर्ज नहीं है। राखी पुलिस ने बताया कि उपरवारा निवासी प्रशांत रजन पांडेय (52) मेघायल की निजी कंपनी में मैनेजर है।
कुछ दिन पहले अपने घर आए थे। इसी दौरान उनके पास दिल्ली स्पेशल सेल के नाम से फोन आया। फोन करने वाले खुद को अधिकारी बताया। उसने धमकी दी कि दिल्ली में उनके खिलाफ मनी लाड्रिंग, हत्या, अपहरण, रंगदारी, मानव अंग तस्करी का केस दर्ज है। इसमें कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने उनका नाम बताया है। इसलिए उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। प्रशांत ने ठगो से कहा कि वह अपराधी नहीं है। किसी भी अपराध में शामिल नहीं है। किसी और खिलाफ केस दर्ज होगा।
सके बाद ठग धमकाने लगे। प्रशांत और उसके बेटे को गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे। ठगों ने वाट्सएप पर फर्जी एफआईआर कॉपी भेजी। पुलिस वाले का आई कार्ड भी भेजा। प्रशांत के घर पर हड़कंप मच गया। कुछ देर बार ठगों ने फिर फोन किया। कार्रवाई से बचने के लिए पैसों की डिमांड की। प्रशांत ने अलग-अलग किश्त में ठगों के खाते में 6.35 लाख रुपए जमा कर दिया। उसके बाद ठगों का फोन आना बंद हुआ। तब प्रशांत ने दिल्ली में पता किया। पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। पुलिस खाता नंबर और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है।