मोहला। कलेक्टर एस जयवर्धन एवं अधिकारी- कर्मचारियों में नशा मुक्ति का संकल्प लिया। संकल्प लिया गया कि मुझे ज्ञात है कि नशापान से मानसिक असंतुलन की स्थिति बनती है। नशापान से कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है, तथा व्यक्ति भ्रमित हो जाता है। नशापान से शारीरिक एवं मानसिक गंभीर व्याधियां होती है। नशापान से सामाजिक प्रतिष्ठा कम होती है तथा समाज से प्रायः उपेक्षा मिलती है। नशापान से पारिवारिक सुख एवं समृद्धि का अंत होता है, जिससे जीवन में भटकाव की स्थिति बनती है।
नशापान से वातावरण प्रदूषित होता है, जिससे हमारे परिवार के बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं। नशापान उच्च स्तरीय जीवन शैली का प्रतीक नहीं है, अपितु अज्ञानता में लिया गया निर्णय है। आगे यह भी संकल्प लिया गया कि अपने छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने, अपने परिवार में हर्षोल्लास रखने, तन, मन, धन को सुदृढ़ बनाने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए, सभी वर्ग के व्यक्तियों में नशापान के दुष्परिणाम को प्रचारित कर तथा यथा संभव नशा पीड़ितों से व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें नशा मुक्ति के लिए प्रेरित करता रहूंगा।