गोहरापदर सहित अंचल में मनाया गया नुआखाई का पर्व,नये फसल के चिवड़ा और गुड़ का भोग लगाकर आराध्य देवताओं को किया समर्पित

देवभोग @ देवीचरण ठाकुर। गोहरापदर अंचल में प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा को निभाते हुए क्षेत्रवासियों ने नुआखाई का पर्व बड़े ही धूम धाम से मनाया । ज्ञात हो कि उत्कल समाज पहली फसल के अंकुरण के पश्चात नये वस्त्र धारण कर चिवड़ा और गुड़ का अपने आराध्य देवी-देवताओं को भोग लगाते है और धन्यवाद ज्ञापित करते है। उड़ीसा से सीमावर्ती क्षेत्र गोहरापदर अंचल में नुआखाई पर्व धूमधाम से मनाया जाता है,नुआखाई इस क्षेत्र का प्रमुख त्योहार है भोग लगाने के बाद सभी परिवार के लोग चिवड़े और गुड़ का प्रसाद ग्रहण करते है और और बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लेते है। साथ ही नुआखाई जोहार कहकर सभी को सम्बोधित किया जाता है।

अंचल के तेतलखूँटी, झरगाँव, उरमाल, सरगीगुड़ा, साल्हेभाटा, बुरजाबहाल, धारनीधोड़ा, चलनापदर, छैलडोंगरी, कांडेकेला, भेजीपदर, मदांगमुड़ा, मुचबहाल, ढोढर्रा, केकराजोर, सरगीगुड़ा, बजाड़ी सहित अंचल भर नवाखाई का पर्व मनाया गया। पूर्व की मान्यताओं को निभाते हुए भाजपा मंडल अध्यक्ष गुरुनारायण तिवारी ने सपरिवार अपने निवास गोहरापदर में नवान्न ग्रहण किया।

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