रायपुर। बलौदाबाजार आगजनी प्रकरण पर हो रही कथित द्वेषपूर्ण कार्यवाही और मामले के राजनीतिकरण के विरोध में एनएसयूआई (NSUI) ने शुक्रवार को रायपुर में कलेक्ट्रेट परिसर का घेराव किया। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और 5 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
NSUI के आरोप: प्रशासन कर रहा है समाज और नेताओं के साथ अन्याय
पांडेय ने आगे कहा कि एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के नेताओं शैलेंद्र बंजारे, सूर्यकांत वर्मा, अजीत कोसले, और विवेक यदु के खिलाफ भी राजनीतिक द्वेष से प्रेरित होकर फर्जी एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके परिजनों को धमकाकर दबावपूर्वक बयान दर्ज करवाने की कोशिश की है।
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर सवाल
एनएसयूआई ने बलौदाबाजार आगजनी प्रकरण में भिलाई नगर के विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पांडेय ने आरोप लगाया कि पुलिस ने विधायक यादव को बिना ठोस सबूतों के गिरफ्तार किया और उन्हें आरोपी बनाकर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने इसे पुलिस और प्रशासन की नाकामी छिपाने का प्रयास बताया और मांग की कि देवेंद्र यादव के खिलाफ लगे आपराधिक धाराएं तुरंत हटाई जाएं।
प्रदर्शन के दौरान NSUI ने 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा, जिसमें प्रमुख मांगें थीं:
सतनामी समाज के पूज्य जैतखाम को क्षति पहुंचाने के मामले में सीबीआई जांच करवाई जाए।
विधायक देवेंद्र यादव और NSUI के निर्दोष नेताओं पर लगे आपराधिक धाराएं हटाई जाएं।
आगजनी मामले की निष्पक्ष जांच के लिए न्यायालय के अधीन एक पृथक टास्क फोर्स का गठन किया जाए।
विधायक देवेंद्र यादव के प्रकरण में संलिप्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच हो।
भाजपा के पूर्व विधायक सनम जांगड़े, जो घटना स्थल पर मौजूद थे, उनके खिलाफ भी जांच और कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा, प्रभारी महामंत्री हेमंत पाल, ज़िला अध्यक्ष शान्तनु झा, और अन्य प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। NSUI ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।