नोहर चक्रधारी हर्बल केंद्र शुरू कर बना आत्मनिर्भर

महासमुंद। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से न केवल रोजगार के माध्यम खुले हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को व्यवसाय शुरू करने में बल मिल रहा है। अपने जुनून एवं इच्छानुसार व्यवसाय करते हुए सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों को बढ़ा रहे हैं। योजना के तहत अनुदानित दर पर सरकार के द्वारा ऋण उपलब्ध कराई जा रही है।

जिले के बागबाहरा विकासखण्ड के ग्राम खेमड़ा निवासी नोहर चक्रधारी ने 12वीं की पढ़ाई करने के बाद डेयबाय हर्बल मार्केटिंग सीखा। उनके मन में यह इच्छा थी कि उनका स्वयं का हर्बल जड़ी बूटी की दुकान हो, लेकिन वह इतने सक्षम नहीं थे कि दुकान खोल सके। उन्होंने बताया कि एक दिन बैंक गया था बहुत परेशान था। तभी पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर ने बताया कि छत्तीसगढ़ ग्रामोद्योग विभाग महासमुंद के माध्यम से मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 35 प्रतिशत अनुदान राशि के साथ ऋण प्रदाय किया जाता है। तो मैंने विभाग के अधिकारी से सम्पर्क कर अपना ऋण प्रकरण फार्म नियमानुसार भरकर विभाग में जमा कर दिया। विभाग द्वारा मेरा आवेदन पंजाब नेशनल बैंक को प्रेषित कर दिया। शाखा प्रबंधक द्वारा जांच के बाद मुझे दो लाख का ऋण स्वीकृत कर दिया गया। जिससे मैं अपनी हर्बल जड़ी-बूटी की दुकान खोली।

नोहर बताते है कि मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम उनके लिए आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित हुई। वर्ष 2022 से हर्बल जड़ी-बूटी की दुकान शुरू कर मैं आत्मनिर्भर तो हुआ ही साथ ही आर्थिक रूप से मजबूत हो गया। हर्बल केंद्र से मैं 15 से 20 हजार रुपए तक कमा लेता हूं और बैंक की किश्ते नियमित अदा कर रहा हूं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरा खुद का हर्बल जड़ी बूटी का दुकान होगा। आज वह सपना पूरा हुआ और आगे बढ़ने के रास्ते खुले। मैं और मेरा परिवार अब खुश हैं तथा मुख्यमंत्री जी को साधुवाद जिनके कारण मैं यहां तक पहुंचा साथ ही ग्रामोद्योग विभाग भी मेरी सफलता में भागीदार बना जिसके कारण मुझे नई राह मिली।

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