रायपुर। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आयोजन को बहुत सफल बताया और सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि जिनका प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से योगदान है सब सभी को बधाई। उन्होंने कहा कि बालासोर में दुःखद हादसा हुआ। मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पहली बार किसी सरकार द्वारा ऐसा आयोजन हुआ, इसमें कंबोडिया और इंडोनेशिया जैसे देशों ने हिस्सा लिया। हम सब सुंदर कांड सुनते हैं। बाल कांड सुनते हैं।अरण्य कांड प्रकृति को लेकर है। जूरी के सदस्यों ने इस सोच की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि हम नदियों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। आज केलो में आरती कार्यक्रम हुआ। हम नरवा कार्यक्रम चला रहे हैं। अब नदियों को लेकर यह कार्य करेंगे ताकि यह बारहमासी हों। भगवान राम ने हमें सिखाया है कि कोई कार्य कठिन नहीं है। हम प्रकृति के संरक्षण के लिए कार्य करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल कांड, सुंदर कांड को सुनते और देखते हैं, लेकिन अरण्य कांड पर पहली बार बड़ा आयोजन हुआ है । हम नदियों को बचाने का कार्य कर रहे हैं। महानदी, इंद्रावती नदी और आज केलो नदी की महाआरती हम सबने मिलकर की। यह नरवा योजना का ही एक हिस्सा है, उन्होंने कहा कि आइए हम सब नदियों को बचाने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी भीड़ जुटी। इस आयोजन में जुटकर आपने हमारा हौसला बढ़ाया। पूरा रायगढ़ “राममयगढ़” हो गया है। लोगों के घरों में कार्यक्रम देखने पड़ोसी राज्यों से भी अतिथि आये हैं। यह कार्यक्रम की सफलता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने जय सियाराम के जयकारे के साथ अपना उद्बोधन समाप्त किया।