देवभोग @ देवीचरण ठाकुर। सुर्खियां बटोरने वाली पंचायत मुड़ागांव फिर एक कारनामे के लिए देवभोग ब्लॉक में बदनामी में रिकॉर्ड बनाता दिख रहा है। पहले सरपंच ने तो अब ग्राम पंचायत मुडागांव में पदस्थ सचिव देवानंद बीसी का पोल खोलता दिखा युवक हुकमत यादव। हुकमत यादव ने पंचायत सचिव देवानंद बीसी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन। ज्ञापन में ग्राम पंचायत मुड़ागांव सचिव सदैव अनुपस्थित रहने का जिक्र है,माह में मात्र 3 से 4 दिन ही ड्यूटी पर आते हैं बाकी समय गायब रहते हैं। उनका फोन नंबर कभी भी नहीं लगता जिससे ग्रामीणों को किसी भी प्रकार के कार्य कराने के लिए सचिव का चक्कर पे चक्कर चक्कर पे चक्कर काटना पड़ता है।जन्म,मृत्यु प्रमाण पत्र,राशन कार्ड,वृद्धा पेंशन फार्म भरने के लिए ग्रामीणों को आए दिनों काभी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।
पंचायत के विकास कार्यों में भी बाधा उत्पन्न करने जैसा गंभीर आरोप लगाया गया है। पंचायत भवन हमेशा बंद रहता है,शासन की महत्वपूर्ण योजना गोठान निर्माण कार्य में सचिव की लापरवाही के कारण गोबर खरीदी का भुगतान 6 माह से लंबित है। किसान प्रेमलाल नागेश पिता दिगांबर नागेश के द्वारा 270 क्विंटल गोबर गौठान में बेचा गया है, जिसमें 6 माह में मात्र 5000 की राशि ही मिल पाया है। गौठान कार्यों में लापरवाही के मामले को लेकर पूर्व में भी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत देवभोग को आवेदन दे कर कार्यवाही के लिए अवगत करवाया गया था,किंतु अब तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है।जिम्मेदारों देख लो एक पंचायत सचिव का करतुत और जिम्मेदारी का परिचय दो कहीं आपके खिलाफ ही जनता ना उतर जाये सड़कों में। बड़े दुर्भाग्य की बात है की इस दौर मे भी जनता को सचिव के लिए चक्कर लगाने का आवश्यकता पड़ रहा है और कलेक्टर से गुहार लगाना पड़ रहा है प्रतित होता है स्थानीय जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी भूल चुके हैं।