किरन्दुल। “लिख रहा हूँ मैं जिसका अंजाम आज, कल उसका आगाज आयेगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लायेगा। मैं रहूँ ना रहूँ, ये वादा है तुझसे मेरा, मेरे बाद वतन पे मिटने वालों का सैलाब आयेगा।” अमर शहीद भगत सिंह जी ने न केवल ये उदगार व्यक्त किये थे, अपितु मातृभूमि के लिए अल्पायु में ही अपना सर्वस्व न्योछावर कर इस उदगार के एक एक अक्षरों को चरितार्थ भी करके दिखाया।
मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन (इंटक) शाखा किरंदुल के पदाधिकारियों, सदस्यों द्वारा 23 मार्च 1931 को अपनी मातृभूमि के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले अमर बलिदानियों भगतसिंह जी, राजगुरु जी, सुखदेव जी को इंटक भवन में श्रद्धांजलि अर्पित किया गया तथा राष्ट्र के लिए उनके द्वारा दिये गए बलिदान का स्मरण किया गया।
यूनियन के अध्यक्ष विनोद कश्यप, सचिव ए के सिंह, कार्यालय सचिव राजेन्द्र यादव, देवनारायण, दिनेश साहू, पुष्पलता साहू, पी एल साहू, द्वारा बलिदानियों की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्र के प्रति उनके विचारों को व्यक्त करते हुए आम जनमानस तक लाने और जीवन में उतारने की बातें कही गई।
इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष चिन्नास्वामी, नथेला राम नेताम, पतिराम बघेल, अरविंद गुप्ता, वेणुधर, राजेंद्र पटनायक, शादाब जिलान शैलेश रथ, तरुण कुमार, लोहिदास, दिलीप मंडावी, सुधा बाघ, रजनी साहू, सूरमा दास सहित यूनियन के पदाधिकारी एवं सदस्यगण तथा बड़ी संख्या में मातृशक्तियाँ उपस्थित थे।