रिपोर्टर : सुभाष मिश्रा
रीवा। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के कुछ विधायक पार्टी की रीति और नीति से संतुष्ट नहीं है, जिसके लिए उन्हें बार-बार कुछ ऐसे कदम उठाने पड़ रहे हैं, जिसके चलते मोहन सरकार पर सवालिया निशान लगने लगे हैं हालांकि सुबह के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित पार्टी प्रमुख विष्णु दत्त शर्मा द्वारा बगावत का रुख अपना रहे इन विधायकों को भोपाल भी तलब किया गया, लेकिन निजी कारणों का हवाला देते हुए बगावत का बिगुल फूंकने वाले इन विधायकों के तेवर नरम नहीं हुए।
विगत कुछ दिनों से ऐसे ही विधायकों की श्रेणी में शुमार हो चुके भारतीय जनता पार्टी के मऊगंज क्षेत्र से विधायक प्रदीप पटेल अपने क्षेत्र में कुछ ऐसे कारनामे करते चले जा रहे हैं, जो पार्टी सहित प्रदेश सरकार के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं मऊगंज क्षेत्र के महादेवन मंदिर में किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए कानून व्यवस्था को हाथ में लेते हुए जेसीबी लेकर खुद पहुंचे मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल को पुलिस और प्रशासन ने लॉ एंड ऑर्डर सहित सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र रीवा के सामुदायिक केंद्र में विगत 24 घंटे से रखा है।
भाजपा विधायक का यह बयान कि यहां से जाने के बाद वह सीधे महादेवन मंदिर के प्रांगण में पहुंचेंगे और वहां से खुद अतिक्रमण हटाने का आगाज करेंगे दिये जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी सहित मोहन सरकार के माथे पर बल पड़ गए हैं, इसके बाद मोहन सरकार ने जिले के प्रभारी मंत्री बुधवार की शाम लखन पटेल को विधायक प्रदीप पटेल से मिलने भेजा जहां बंद कमरे में प्रभारी मंत्री और विधायक की 3 घंटे तक चर्चा हुई। हालांकि चर्चा के बाद निष्कर्ष क्या निकला, और डॉक्टर मोहन यादव ने भाजपा विधायक को क्या दिशा निर्देश दिए इस बारे में विधायक और प्रभारी मंत्री दोनों ही गोलमोल जवाब देते नजर आए।