गरियाबंद जिले में मलेरिया रोकथाम के लिए अभियान शुरू
कलेक्टर ने कलेक्टोरेट परिसर का निरीक्षण कर मच्छरों के लार्वा पनपने से रोकने जमे हुए पानी को निकालने के दिए निर्देश
जिले को मलेरिया मुक्त करने लार्वा रोधी पदार्थों का छिड़काव का अभियान
गरियाबंद @ लोकेश्वर सिन्हा। जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष अभियान की शुरुआत की गई। इसके अंतर्गत सुबह 10 बजे 10 मिनट के लिए जिले के अधिकारी कर्मचारियों ने अपने अपने कार्यालयों का निरीक्षण कर मच्छरों के लार्वा पनपने से रोकने के लिए अनावश्यक जमे हुए पानी को बाहर निकाला। साथ ही आवश्यक जगहों पर मिट्टी तेल, इंजन आयल एवं अन्य लार्वा रोधी पदार्थों का छिड़काव किया। इसी तारतम्य में कलेक्टर आकाश छिकारा ने भी कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण कर परिसर में लगे कूलर एवं अन्य पानी जमा होने वाले जगह का अवलोकन किया। उन्होंने मच्छरों के लार्वा पनपने से रोकने के लिए अनावश्यक जमे हुए पानी को बाहर निकालने के निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर अविनाश भोई, संयुक्त कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल, जिला कोषालय अधिकारी बी के तिवारी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
जिले को मलेरिया मुक्त करने का यह अभियान पूरे जिले के शासकीय कार्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी चला। इसके तहत लोगों को मलेरिया से बचाव के लिए पानी जमा नहीं होने देने तथा पानी रुकने वाले स्थानों पर लार्वा रोधी पदार्थों का छिड़काव करने के लिए जागरूक किया गया। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वच्छता समूह सहित अन्य लोगों ने मलेरिया से बचाव के लिए अभियान के तहत जमे हुए पानी को खाली करने में सहयोग कर ग्रामीणों को जागरूक किया।
उल्लेखनीय है की कलेक्टर ने प्रत्येक गुरूवार को प्रातः 10 बजे से 10 मिनट तक सभी अधिकारी जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इसके अंतर्गत गुरुवार को 10 बजे 10 मिनट तक अपने कार्यालय के आसपास किसी भी प्रकार के पुराने जमे हुए पानी को खाली करने तथा किसी भी प्रकार के अनावश्यक जमा पानी पर उन स्थानों पर मच्छर के लार्वा को नस्ट करने के लिए मिटटी तेल, फिनाईल पुराना जला हुआ इंजन आईल जैसे पदार्थ डालने के निर्देश दिए थे। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वच्छता समूह सहित अन्य व्यक्ति प्रत्येक गुरूवार को प्रत्येक ग्रामों में गृह भेंट करके घर के भीतर, आसपास किसी भी प्रकार के पुराने बर्तन, पुराने प्लास्टिक डिब्बे, पुराने टायर एवं कूलर इत्यादि में किसी भी प्रकार से पानी को जमा नहीं होने देने की जानकारी देकर जागरूक करने के निर्देश दिए थे। इसी तारतम्य में गुरुवार को 10 बजे 10 अभियान का शुभारंभ किया गया।