लोकसभा चुनाव : मतदान दल 85 से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर जाकर करवा रहे मतदान
जशपुरनगर। जशपुर जिले में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर होम वोटिंग शुरू हो गई है। इसमें खास मतदान दल 85 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को बैलेट के जरिए घर जाकर मतदान करवा रहे है।
जशपुर जिले में सभी विधानसभा क्षेत्र में होम वोटिंग जारी है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए होम वोटिंग की पहल की गई है। जिसकी शुरुआत लोकसभा निर्वाचन हेतु पूरे जिले में आज से हो गई है। होम वोटिंग के लिए जशपुर विस में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता 29, कुनकुरी विस में 28 और पत्थलगांव विस में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता 30 है। जिन्हें होम वोटिंग की सुविधा दी जा रही है। होम वोटिंग को लेकर बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह है।
लोकसभा निर्वाचन 2024 हेतु जिला कार्यालय से होम वोटिंग के लिए सामग्री वितरण कर मतदान दल को रवाना किया गया। जिले में विशेष मतदान दलों द्वारा कड़ी मेहनत करके होम वोटिंग कराया जा रहा है।
होम वोटिंग कराने आए मतदान अधिकारियों को घर पर देखकर मतदाताओं नए खुशी जाहिर की। मतदाताओं नए कहा कि यह सुविधा बहुत अच्छी है। इसके चलते हम घर बैठे ही लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। इसके लिए मतदाताओं नए भारत निर्वाचन आयोग और मतदान अधिकारियों का आभार व्यक्त किया हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 के जशपुर जिले में 85 वर्ष आयु से ऊपर और दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान प्रक्रिया आरम्भ हुआ है। प्रशासन द्वारा गठित टीम ने मतदाताओं के घर पहुंचकर डाक मतपत्र के माध्यम से होम वोटिंग करवाई जा रही है। बता दें कि जशपुर में मतदान केंद्रों में मतदान की प्रक्रिया 7 मई को पूरी की जाएगी। निर्वाचन अधिकारी-कर्मचारी द्वारा होम वोटिंग की पूरी प्रक्रिया कराई जा रही है। साथ ही घर बैठे मतदान को लेकर वीडियोग्राफी भी करवाई जा रही है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिए 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता वाले मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा दी है। जिसके तहत आज पूरे जिले में मतदान अधिकारियों द्वारा चिन्हांकित बुजुर्ग और दिव्यांगजनों का होम वोटिंग कराया गया। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा पात्र बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं का लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए होम वोटिंग के माध्यम से मताधिकार के प्रयोग की यह अभूतपूर्व पहल ऐतिहासिक है। जिले के बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनों ने होम वोटिंग सुविधा का लाभ लेते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।