सीएम शिवराज ने 78 हजार 641 विद्यार्थी को लेपटॉप के लिए दिए 25—25 हजार रुपये
196 करोड़ 60 लाख से अधिक की राशि बच्चों के खातों में आनलाइन अंतरित की
भोपाल @ सुभाष मिश्रा । कक्षा में टॉप आने वाले विद्यार्थियों को अगले साल से स्कूटी दी जाएगी। लैपटॉप देने वाली योजना एमपी बोर्ड के साथ ही सीबीएसई बोर्ड में भी लागू होगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। वे मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार को प्रतिभाशाली विद्यार्थी सम्मान समारोह में अपनी बात रख रहे थे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के 78 हजार 641 प्रतिभावान विद्यार्थियों के बैंक खातों में 25—25 हजार रुपये राशि अंतरित की। यह राशि उन्हें लैपटॉप खरीदने के लिए दी गई है।
लैपटॉप के लिए किन्हें मिली राशि
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में हुए कार्यक्रम में सीएम ने 12वीं की परीक्षा में 75% या उससे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप क्रय करने के लिए यह राशि दी है। आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत इस वर्ष प्रदेश के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले 78 हजार 641 विद्यार्थी लाभान्वित हुए हैं। सरकार ने सिंगल क्लिक के द्वारा कुल 196 करोड़ 60 लाख से अधिक की राशि बच्चों के खातों में अंतरित की है।
2003 के पहले ही सरकार की कमियां गिनाई
अपने उद्बोधन में सीएम शिवराज ने कार्यक्रम में आए विद्यार्थियों को— आई लव यू। बोलकर संबोधन शुरू किया। सीएम ने कहा कि आज भाषण छोड़ो, गप लगाते हैं। इस दौरान सीएम शिवराज ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्ष 2003 तक मध्य प्रदेश में जब स्कूल जाते थे तब हम पहले एक हाथ में बस्ता और एक हाथ में फट्टी दबाकर ले जाते थे। तब बैठने की व्यवस्था नहीं थी। स्कूल भवन टूटे-फूट रहते थे। एक जमाना था कांग्रेस का, तब शिक्षकों को 500 रु. तनख्वाह मिलती थी। 500 रु. में पढ़ाने वाले क्या पढ़ाते? मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमारी सरकार आई तो हमने शिक्षकों को सम्मानजनक अध्यापक नाम दिया। बेहतर वेतन दिया।
कमल नाथ ने लैपटॉप देना बंद कर दिया था
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ पर हमलावर होते हुए शिवराज ने कहा कि साल 2018 में कुछ दिनों के लिए कांग्रेस सरकार बन गई थी। उस सरकार ने लैपटॉप देना बंद कर दिया था, बच्चों की फीस भरनी बंद कर दी थी। कांग्रेस ने बच्चों की जिंदगी बर्बाद करने का पाप किया था।