रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बयान के बाद अब कांग्रेस के बस्तर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी और पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने भी अमर्यादित बात कह दी है। चुनाव प्रचार के दौरान लखमा ने गोंडी भाषा में कहा ‘कवासी लखमा जिडीतोर, नरेंद्र मोदी ढोलतोर’। लखमा ने अपने जीतने और मोदी के मरने की बात कही है। इसका वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी में इसको लेकर जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।
बुधवार को इस मामले को लेकर भाजपा का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, विधायक मोतीलाल साहू के नेतृत्व में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय पहुंचा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मरने करने की बात करने वाले कवासी लखमा का नामांकन रद्द करने चुनाव प्रचार में रोक लगाने और FIR दर्ज करने की मांग की। कवासी लखमा के साथ-साथ उन्होंने कांग्रेस नेता विक्रम मांडवी पर भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल आज इस मुद्दे को लेकर डीजीपी से भी मिलकर लखमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग करेगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय शिकायत करने पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कहा कि लखमा ने इसके पहले पुलिस वालों को तीर कमान करने की भी बात कही थी । इसके पहले भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री का सिर फोड़ने वाले बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की भी शिकायत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की थी।
कांग्रेस नेता मानसिक दिवालियापन के शिकार : ओपी चौधरी
वहीं बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा के मोदी और पुलिस को मारने वाले बयान पर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस नेता मानसिक दिवालियापन के शिकार हैं। उन्होंने कहा कांग्रेस बस्तर को हिंसा का रास्ता दिखा रही है। हमारी सरकार बस्तर में विकास कार्य करा रही हैं। कांग्रेस राजनीतिक लड़ाई की जगह हिंसा पर उतर आई है।
ओपी चौधरी ने पूछा कि आखिर कांग्रेस हिंसा से कितना नुकसान पहुंचाना चाहती है? उन्होंने कहा झीरम घटना में कवासी लखमा पर कई सवाल उठे थे। अस्पताल में भर्ती कवासी लखमा और महंत का वीडियो भी सबने देखा था।